सिटी पोस्ट लाइव : पटना में शुक्रवार को कोरोना के 20 नए मरीज मिले.अभी 343 एक्टिव केस हैं. नए कोरोना संक्रमितों की संख्या में तो कमी आई है लेकिन ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या तेजी से बढती जा रही है.आईजीआईएमएस में चार मरीज भर्ती हुए. पीएमसीएच में चार मरीज भर्ती है. यहां नया मरीज भर्ती नहीं हुआ. एनएमसीएच में एक मरीज डिस्चार्ज हुआ, जबकि एक की मौत हो गई. अभी यहां 26 मरीज हैं. एम्स में एक मरीज भर्ती हुआ है. तीन मरीजों को छुट्टी दी गई. यहां भर्ती मरीजों की संख्या अब 45 है. वहीं ब्लैक फंगस के सात नए मरीज शुक्रवार को भर्ती हुए. आईजीआईएमएस में तीन मरीज भर्ती हुए. यहां ब्लैक फंगस के 108 मरीज भर्ती हैं. एम्स में दो और पीएमसीएच में दो मरीज भर्ती हुए. एनएमसीएच में एक भी मरीज भर्ती नहीं हुआ. यहां पहले से ब्लैक फंगस के सात मरीज भर्ती हैं.
कई राज्यों में डेल्टा प्लस वैरिएंट दस्तक दे चुका है. एक्सपर्ट के अनुसार इसकी संक्रमण दर दूसरी लहर की तुलना में बहुत अधिक है और यह अधिक घातक साबित हो सकता है.कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट के संदेह में अबतक 20 सैंपल बिहार से जांच के लिए भुवनेश्वर भेजे गए हैं.राहत की बात ये है कि अभीतक एक भी कंफर्म केस नहीं मिला है. केंद्र सरकार की ओर से सभी राज्यों को इसको लेकर अलर्ट किया गया है. स्वास्थ्य विभाग ने भी सभी अस्पतालों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं.
कोरोना के संक्रमण पर लॉकडाउन की वजह से लगाम लगता हुआ तो दिख रहा है लेकिन अगर लोगों ने कोरोना गाईडलाइन का सही ढंग से पालन नहीं किया तो तीसरी लहर का खतरा बना हुआ है.तीसरी लहर दूसरी लहर से बहुत ज्यादा खतरनाक हो सकती है.कोरोना गाईडलाइन के पालन को लेकर प्रशासन द्वारा कोई खास सख्ती भी नहीं बरती जा रही है.शब्जी मंदी में सबसे ज्यादा संक्रमण का खतरा है.
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