सिटी पोस्ट लाइव : बिहार सरकार में भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री रामसूरत राय ने फिर कहा है कि उनके विभाग में बड़ी तादाद में लापरवाह और भ्रष्ट कर्मचारी हैं, जिनकी वजह से विभाग की बदनामी हो रही है. ऐसे कर्मचारी दाखिल खारिज और एलपीसी बनाने में आम आवाम को परेशान करते हैं और बदनामी सरकार की होती है. मंत्री ने कहा कि ऐसे ही लोगों की मिलीभगत के कारण राज्य में सरकारी सैरातों पर माफिया का कब्जा होता जा रहा है. कई सरकारी सैरातों का इनकी मिलीभगत से माफियाय तत्वों नें बंदोबस्ती करवा लिया या उनका पर्चा हासिल कर लिया.
बता दें इससे पहले भी रामसूरत राय ने कहा था कि वे अपने ही विभाग के भ्रष्टाचार से परेशान हैं। भ्रष्टाचार विभाग के लिए कोढ़ बन गया है। मंत्री ने भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों को कड़ा संदेश देते हुए कहा था कि चेत जाए नहीं तो परिणाम अच्छा नहीं होगा। मंत्री रामसूरत राय ने कहा था कि अब ट्रांसफर-पोस्टिंग का आधार सिर्फ कर्मियों का प्रदर्शन होगा। अच्छा काम करने वालों को मनचाही पोस्टिंग के लिए पैरवी की जरूरत नहीं होगी। भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मियों को बख्शा नहीं जाएगा।
एकबार फिर मंत्री जी ने अपने ही विभाग के अधिकारियों पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है. उन्होंने कहा कि राज्य में श्मशान, स्कूल या रास्ते की जमीनों पर मोटी रकम लेकर अधिकारी सरकारी भवन बनाने के लिए अवैध परमिशन दे रहे हैं. ऐसे सभी भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मियों की पहचान की जा रही है और उनपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मंत्री ने यह जानकारी मुजफ्फरपुर में आयोजित प्रमंडल स्तरीय राजस्व समीक्षा बैठक में दी. जिले के एमआईटी कॉलेज सभागार में आयोजित राजस्व समीक्षा में मुजफ्फरपुर के साथ-साथ तिरहुत प्रमंडल के सभी जिलों के डीएम, एडिशनल कलेक्टर, डीसीएलआर, सीओ और राजस्व से जुड़े सभी पदाधिकारी मौजूद थे.
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