सिटी पोस्ट लाइव, जौनपुर: गोरखपुर के सांसद और सिने स्टार रविकिशन ने कहा कि कृषि बिल किसानों के हित मे है। देश के किसानों का इस बिल से अहित हो ही नहीं सकता। सम्मानित किसान धरना समाप्त करें। यदि अहित हुआ तो मैं संसद की सदस्यता से त्याग पत्र दे दूंगा। यह बात अपने पिता की प्रथम पुण्य तिथि पर अपने पैतृक गांव केराकत के बिसुई में गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए कही। उन्होंने कहा कि माता से आंतरिक सुरक्षा और प्यार मिलता है तो पिता वाह्य सुरक्षा कवच होता है। माता पिता की सेवा करना हमारा कर्तव्य होना चाहिए। इसी सेवा की शक्ति से अनजान चेहरा रविकिशन आज दुनिया मे अपनी पहचान बनाने में सफल हो सका है। अपने पिता स्व श्याम नारायण शुक्ल को याद कर सांसद भावुक हो उठे।
इस दौरान अभिनेता और सांसद रविकिशन ने कहा कि मोदी और योगी युग में देश व प्रदेश के किसान मजदूर या किसी इंसान का अपमान नहीं होगा। किसान हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। उनके हितों को ध्यान में रखकर एमएसपी डेढ़ गुना कर दी गयी है। सार्थक पहल के लिए केंद्र सरकार तत्पर है। बिल वापसी का सवाल नहीं है। हां, संशोधन हो सकता है। प्रदेश में विकास की लहर चल रही है। सड़कों का जाल बिछ गया है। बिजली पानी महिला सशक्तिकरण और परिषदीय विद्यालयों के काया कल्प से प्रदेशवासियों की तस्वीर बदल गयी है। भोजपुरी भाषा शीघ्र ही संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल होगी। इस मौके पर शशांक किशन गुड्डू पंडित संदीप द्विवेदी विराट सिंह तथा आदर्श चौबे उपस्थित रहे।
Comments are closed.