सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि बिहार में संपूर्ण लॉकडाउन के बीच वहां से किस तरीके से वहां से बड़ी संख्या में लोग झारखंड की सीमा में प्रवेश कर जा रहे है, इस बारे में बिहार को सोचना चाहिए। उनलोगों की गतिविधि रूक नहीं रही है। हेमंत सोरेन ने बताया कि इस संबंध में आज राज्य सरकार ने भी चर्चा की है, उन्हें यह जानकारी उपलब्ध करायी गयी कि किस क्षेत्र में संक्रमण बढ़ा है और संक्रमण के सभी नये मामलों ट्रैवल हिस्ट्री से ही सामने आये है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गुरुवार देर शाम झारखंड मंत्रालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड में कोरोना जांच का दायरा बढ़ाया गया है, जल्द ही प्रखंड स्तर पर भी कोविड टेस्ट की सुविधा उपलब्ध करा दी जाएगी। जांच होने के बाद ही संक्रमण का पता चलता है, यह राज्य के लिए अच्छा ही है कि कोरोना संक्रमित मामले सामने आ रहे है। उन्होंने कहा कि जांच के बाद कोरोना संक्रमण मामलों का डाटाबेस तैयार हो रहा है, इससे आने वाले समय में बेहतर तरीके से कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने में सुविधा मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण से निपटने में डॉक्टरों की भूमिका काफी कम होती है, सबसे अधिक भूमिका नर्सिंग स्टॉफ और सुविधा की होती है। राज्य में कोविड अस्पताल में बेड की सुविधा कम हो जाने के संबंध में पूछे गये एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार ने भी आदेश जारी किये है कि जो लोग संक्रमित है, वे घर में ही रह सकते है, इसे लेकर राज्य सरकार भी आवश्यक कदम उठा रही है। जल्द ही झारखंड में एक कंट्रोल रूम की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी, ताकि लोगों को कोरोना जांच के बारे में आवश्यक जांच और जानकारी समुचित तरीके से उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने कहा कि जब तक दवा नहीं बनती है, तब तक सोशल डिस्टेस्टिंग का पालन, मास्क पहनने में सतर्कता और बार-बार हाथ धोना जरूरी है।
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