मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सहमति बनाने के प्रयास में जुटे हेमंत सोरेन
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा शपथ लिये जाने के बाद एक पखवाड़ा का समय बीत चुका है,लेकिन अब तक मंत्रिमंडल विस्तार या पूर्ण मंत्रिमंडल गठन नहीं हो सका है, जिसके कारण मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ शपथ लेने वाले तीन मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा भी नहीं हो सका है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने दिल्ली दौरे के क्रम में कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह समेत अन्य आला नेताओं से मुलाकात कर मंत्रिमंडल और विभागों के बंटवारे को सहमति बनाने के प्रयास में जुटे रहे। वहीं कांग्रेस के 16 में दो-तीन को छोड़ कर अधिकांश विधायक भी दिल्ली पहुंच गये है और मंत्रिमंडल विस्तार में अपनी संभावनाओं को तलाशने में जुटे है। बताया गया है कि कांग्रेस हेमंत सोरेन सरकार में पांच बर्थ चाहती है,जिनमें से दो विधायकों आलमगीर आलम और रामेश्वर उरांव को शपथ दिलायी जा चुकी है। इसके अलावा तीन अन्य विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किये जाने की संभावना है। कांग्रेस पार्टी प्रत्येक प्रमंडल से एक विधायक को प्रतिनिधित्व देना चाहती है, इसके तहत दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल से रामेश्वर उरांव और संताल से आलमगीर आलम पूर्व में ही मंत्री बन चुके है, वहीं कोल्हान से बन्ना गुप्ता, उत्तरी छोटानागपुर से अम्बा प्रसाद, ममता देवी, पूर्णिमा नीरज सिंह और राजेंद्र प्रसाद सिंह के नाम की चर्चा है, जबकि संताल से बादल और इरफान अंसारी भी दौड़ में शामिल है।
इधर, कांग्रेस द्वारा निर्णय ले लिये जाने के बाद ही झामुमो भी पत्ता खोलेगा और प्रमंडलवार एक-एक विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है। इनमें संताल से स्टीफन मरांडी का मंत्री बनना तय माना जा रहा है, वहीं उत्तरी छोटानागपुर से मथुरा प्रसाद महतो या जगरनाथ महतो, कोल्हान से चंपई सोरेन या जोबा मांझी, पलामू से मिथिलेश कुमार झा के अलावा मुस्लिम चेहरे के रूप में हाजी हुसैन अंसारी और सरफराज अहमद के नाम की चर्चा है।
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