भारी वर्षा से बिहार में तबाही, सरकार के साथ चल रही है विपक्ष की बैठक
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में लगातार बारिश जारी है. जिस बारिश का लोगों को बेसब्री से इंतज़ार था अब वहीँ आफत बन गई है. अगले 24 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. मौसम विभाग के अनुसार पटना समेत कई जिलों में मूसलाधार बारिश होगी. पिछले एक हफ्ते से बिहार के लगभग सभी जिलों में लगातार बारिश हो रही है, इससे कई जिलों में बाढ़ से हालात उत्पन्न हो रहे हैं. विशेषकर कोसी क्षेत्र, सीमांचल और चम्पारण में पानी तबाही लेकर आ रही है.
बिहार सरकार बाढ़, सुखा और पेयजल संकट पर विचार विमर्श के लिए आज सुबह दस बजे से विधान सभा के सेंट्रल हाल में विपक्ष की बैठक बुलाई है. इन समस्याओं से जुड़े सुझाव विपक्ष से सरकार मांग रही है. बैठक में तमाम विपक्ष के नेता शामिल हैं लेकिन तेजस्वी यादव शामिल नहीं हैं.
कोसी का जलस्तर बढता है लोगों के जेहन में कुसहा त्रासदी की याद ताजा होने लगती है. जुलाई महीने में ही कोसी का जलस्तर एक बार फिर से उफान पर है. गुरुवार की सुबह से 8 बजे से कोसी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. वहीं कोसी महासेतू के नजदीक नौबाखर के पास लोगों के श्रमदान से बनाया बांध टूट गया है. गौरतलब है कि इसको बचाने की मांग को लेकर ही कई दिनों से ग्रामीण धरने पर बैठे थे.
लगातार बारिश से नेपाल से निकलने वाली कई नदियों में उफान है. इससे अररिया जिले के 4 प्रखंड बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं. पलासी, फारबिसगंज में बाढ़ की आशंका है. वहीं जोकीहाट प्रखंड में बकरा नदी में उफान पर है. किशनगंज रुट के बंद होने का खतरा है.अररिया जिले के चार प्रखंडों में बाढ़ जैसे हालात हैं और 20 से अधिक गांवों में पानी घुस गया है.
पूर्णिया के बायसी अनुमंडल में महानंदा और कनकई नदी में जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है. हालांकि दोनों नदिया अभी खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं, लेकिन इस इलाके के लोगों के लिये चिन्ता बढ़ गयी है. वहीं बायसी अनुमंडल में कई जगहों पर कटाव भी शुरू हो गया है.भारी बरसात के कारण रेल खंडों पर ट्रेन का परिचालन बाधित होना शुरू हो चुका है. सीतामढ़ी-मुजफ्फपुर और दरभंगा-बैरगनिया रेल खंड पर ट्रेन परिचालन ठप है. कई ट्रेनों का रुट बदल दिया गया है.सीतामढ़ी और शिवहर जिले के कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है.
बागमती और अधवारा समूह की नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. सीतामढ़ी के कई प्रखंडों सड़क संपर्क टूट गया है और सीतामढ़ी-भिट्ठामोड़ NH 104 पर बाढ़ का पानी बह रहा है. वहीं शिवहर में नदी के जल स्तर मे वृद्धि से शिवहर से मोतिहारी सड़क का वेलबा के निकट सड़क सम्पर्क भंग हो गया है.
भारी बारिश के कारण गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. दूसरी ओर बारिश के पानी में दर्जनों गांव डूब गए हैं. खेतों में लगी सैकडों एकड़ की फसल पानी मे डूब गई है.बक्सर में गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है और भारी बारिश से सैकड़ों एकड़ में लगी फसल तबाह हो गई है.
नेपाल के तराई क्षेत्रों में लगातार बारिश के बाद गंडक नदी के जलस्तर में भारी वृद्धि हुई है. बाल्मीकि नगर गंडक बराज से शनिवाह सुबह 8 बजे तक 1,79,600 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हुआ है. पिछले 24 घंटे से लगातार गंडक नदी का जलस्तर में वृद्धि जारी है ऐसे में उत्तर बिहार में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. अगर ऐसे ही बारिश होती रही तो बगहा, बेतिया, गोपालगंज सहित उतर बिहार के कई इलाके बाढ़ के चपेट में आ सकते हैं.बगहा के गंडक बराज में लगातार पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है जिससे आसपास के जिलों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है.
गोपालगंज में कई दिनों से हो रही लगातार बारिश से तटबंधों में कई जगह रेनकट होने लगा है. इस रेन कट से तटबंधों में जगह- जगह दरारें आ गयी हैं. तटबंधो में लगातार दरार होने से उनकी मजबूती कम हुई है. इसके साथ ही अगर गंडक में पानी का दबाव बढ़ता है तो सारण मुख्य बांध को बचाना मुश्किल हो जायेगा.भारी बारिश के कारण गोपालगंज जिले के कई बांधों में रेनकट हो गया है जिससे बांध के टूटने का खतरा है.
गोपालगंज में प्रधानमंत्री सडक योजना के तहत सडक पर बना पुलिया एक भी बरसात झेल नहीं पाया और मानसून की पहली बारिश में ही पूरा पुलिया पानी की तेज धारा में बह गया. इस पुलिया के पानी में बहने से बरौली प्रखंड के बेलसंड, माधोपुर सहित करीब एक दर्जन गांवो का जिला मुख्यालय से सम्पर्क टूट गया है.
Comments are closed.