अप्रवासियों की प्रोपर जांच करेगी स्वास्थ्य विभाग की टीम : मंगल पांडेय
स्वास्थ्य और अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने को सरकार प्रतिबद्ध
अप्रवासियों की प्रोपर जांच करेगी स्वास्थ्य विभाग की टीम : मंगल पांडेय
सिटी पोस्ट लाइव : स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने छात्रों एवं अप्रवासी मजदूरों के प्रदेश वापस आने पर कहा कि स्वास्थ्य विभाग उनको लेकर गंभीर है। जिन्हें भी खांसी, सर्दी, बुखार जैसी समस्या है, स्वास्थ्य विभाग की टीम उनका प्रोपर जांच करेगी। जो भी पॉजिटिव मरीज मिलेंगे एवं उनके संपर्क में आने वालों की भी जांच की जाएगी। साथ ही उन्हें क्वारंटाइन में रखा जाएगा। इसके अलावा विदेश से आने वाले लोगों की भी जांच की जाएगी। हेल्थ वर्कर के अंदर लक्षण दिखाई देने पर उनकी जांच भी की जाएगी। बिना सिंपटम्प वाले लोगों की भी जांच की जा रही है, जो पॉजीटिव केस निकले उसमें 80 फीसदी बिना लक्षण वाले ही हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना पर विजय पाने का सिलसिला जारी है। शनिवार को भी 10 कोरोना मरीज स्वस्थ हुए। सूबे में अब तक एक सौ एक मरीज स्वस्थ होकर घर पहुंच चुके हैं।
श्री पांडेय ने कहा कि छात्राओं एवं कामगारों को जहां से चलना है, वहां के प्रशासन एवं रेलवे के साथ समन्वय कर उन्हें बुलाया जा रहा है। बिहार के छात्रों एवं मजदूरों को गंतव्य स्थान तक स्पेशल ट्रेन से ले जाया जाएगा। श्री पांडेय ने कहा कि इस पूरी प्रक्रिया में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है। कहीं भी भीड़ और गैदरिंग न हो इस बात का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। लगभग 1200 प्रवासी मजदूरों को लेकर एक स्पेशल ट्रेन आज दानापुर पहंुच चुकी है। सभी यात्रियों की स्वास्थ्य जांच दानापुर स्थित रेलवे स्कूल में कर उन्हंे उनके संबंधित जिलों में भेज दिया गया। वहीं दूसरी ओर श्री पांडेय ने कहा कि एक मई से डोर टु डोर कैंपेन में अब तक करीब 17 लाख परिवारों के लगभग 90 लाख व्यक्तियों की स्क्रीनिंग पूरी हो चुकी है। आगे भी घर-घर स्क्रीनिंग का यह कार्य जारी रहेगा।
श्री पांडेय ने कहा कि लाॅकडाउन के दौरान दूसरे प्रदेशों में फंसे छात्र और मजदूरों को बिहार लाने के लिए राज्य सरकार केंद्रीय गृह मंत्रालय से हरी झंडी मिलने के बाद लगातर जुटी हुई है। अभी यह सिलसिला कई दिनों तक जारी रहेगा। भारत सरकार और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का आभार जताते हुए श्री पांडेय ने कहा कि यह माननीय मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री के प्रयासों का ही नतीजा है कि बाहर में फंसे बिहारियों को अपने राज्य में आने का मौका मिल सका। राज्य सरकार द्वारा ऐसे अप्रवासियों के लिए हर दृष्टिकोण से तैयारी की गई है। वैसे लोगों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं से लेकर अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने को सरकार प्रतिबद्ध है। पटना पहुंचने के बाद बस के द्वारा सभी अप्रवासी अपने जिले में जाएंगे। वे जिस प्रखंड के होंगे, वहां पर भी क्वारेन्टाइन की व्यवस्था की गई है।
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