सिटी पोस्ट लाइव: दिल्ली में आज राज्यसभा के उप-सभापति क चुनाव क लिए वोट डाले जायेगें.एनडीए उम्मीदवार हरिवंश सिंह को निर्विरोध चुन लिए जाने की कवायद असफल होने के बाद अब वोटिंग के सिवा और कोई रास्ता नहीं रह गया है.लेकिन ऐसा कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार ने हरिवंध की जीत सुनिश्चित कर दी है.विपक्ष की एकता को तोड़कर नीतीश कुमार ने बाजी पटना में बैठे ही पलट दी है. अब राज्यसभा डिप्टी चेयरमैन के लिए वोटिंग भले हो रही है लेकिन हरिवंश की जीत तय मानी जा रही है.
हरिवंश का सीधा मुकाबला कांग्रेसी उम्मीदवार बीके हरिप्रसाद से होगा.माना जा रहा है कि विपक्षी खेमे में इस पद को लेकर एकजुटता नहीं होने से हरिवंश की राह आसान हो गई है. उन्हें अपनी बेदाग और सौम्य छवि का फायदा भी मिल रहा है. यानी एनडीए – यूपीए की लड़ाई या कटुता हरिवंश की अच्छाई की वजह से खुद कमजोर हो गई है.
ऐसा कहा जा रहा है कि तृणमूल कांग्रेस की नेता और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को जब उनकी पार्टी से उम्मीदवार देने को कहा गया तो उन्होंने हरिवंश का नाम देख कदम खींच लिए.अंत में कांग्रेस को खुद हरिप्रसाद को उतारना पड़ा. हालांकि तब तक देर हो चुकी थी. बिहार के सीएम और जेडीयू नेता नीतीश कुमार ने पटना में बैठे-बैठे यूपीए का अंकगणित बिगाड़ दिया.
नीतीश ने खुद बीजू जनता दल के नेता और उड़ीसा के सीएम नवीन पटनायक से बात की और हरिवंश के लिए समर्थन मांगा. अब बीजेडी साफ कर चुकी है कि उन्हें यूपीए से कोई फोन नहीं आया था और उनके नेता नीतीश को हां कह चुके हैं.नीतीश ने तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव को भी फोन कर मदद मांगी और उन्होंने भी जेडीयू उम्मीदवार के पक्ष में वोट करने का वादा किया.
244 सदस्यीय राज्यसभा में हरिवंश को जीत के लिए 123 वोटों की जरूरत है और एनडीए खेमा 126 से 128 वोट मिलने का दावा कर रहा है. एनडीए के अपने 91 सदस्य हैं. तीन नामांकित सदस्यों के अलावा अमर सिंह भी हरिवंश के पक्ष में वोट करेंगे.साथ ही अन्नाद्रमुक के 13, बीजेडी के नौ, वाईआरएस कांग्रेस के दो, आईएनएलडी के एक और टीआरएस के छह सदस्यों को मिला दें तो हरिवंश की जीत तय है.
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