सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. बिहार सरकार ने बढ़ कोलेकर अलर्ट भी जारी कर दिया है. नेपाल और बिहार में भारी बारिश (Heavy rain in Nepal and Bihar) का असर अब गोपालगंज (Gopalganj) में देखने को मिल रहा है. यहां गंडक (Gandak) का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है जिस वजह से सदर प्रखंड के करीब आधा दर्जन से ज्यादा गांवो का दोबारा जिला मुख्यालय से सम्पर्क टूट गया है. तटबंधो पर भी दबाव बढ़ गया है. गंडक के जलस्तर के बढ़ने से सदर प्रखंड का मंगुराहा, हीरा पाकड़, राम नगर, मकसूदपुर खाप, जगरी टोला सहित एक आधा दर्जन से ज्यादा गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं. इन बाढ़ प्रभावित गांवो में रहने वाले लोगो की परेशानी बढ़ गयी हैं. लोगों को घुटने भर में पानी में पैदल चलकर अपने जरूरी काम निबटाने पड़ रहे हैं.
आज गोपालगंज के डीएम और एसपी ने बांधों का नरीक्षण किया. डीएम ने माना कि स्थिति लगातार खराब होती जा रही है. कई गावों में बाढ़ की नौबत आ चुकी है. जल संसाधन विभाग द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक शुक्रवार की सुबह 06 बजे 01 लाख 21 हजार 500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. जबकि सुबह 08 बजे वाल्मीकि नगर बराज से 01 लाख 26 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. यानी हर घंटे गंडक का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. सबसे ज्यादा परेशानी मकसूदपुर खाप के इलाके के लोगों को है. जिनके घरो में भी पानी घुस गया है. ग्रामीणों के मुताबिक कई दिनों से लगातार पानी बढ़ रहा है. जिसकी वजह से उन्हें पैदल चलकर ही अपने काम निबटाने पड़ रहे हैं.
खाने की समस्या, पशुओं के चारे की समस्या और पीने के पानी की समस्या जयादा है. इस इलाके में अभी सरकारी नाव की व्यवस्था नहीं की गयी है. जिसकी वजह से लोगो को दोगुनी कीमत चुकाकर अपने काम निबटाना पड़ रहा है. दो प्राइवेट नाव पर लोग सवारी कर रहे हैं. गोपालगंज डीएम ने सदर अनुंमण्डल के 6 प्रखंडों के सीओ को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है. डीएम के द्वारा जारी पत्र के मुताबिक लगातार बारिश से गंडक का जलस्तर बढ़ सकता है. जिसको लेकर तटबंधों पर दबाव बढ़ेगा. डीएम ने तटबंधों की निगरानी 24 घण्टे करने का निर्देश दिया है.डीएम अब खुद घूम घूमकर बांधों का निरिक्षण कर रहे हैं और राहत बचाव कार्य की निगरानी भी कर रहे हैं.
Comments are closed.