उद्यमियों को बैंकों के भरोसे नहीं छोड़ेगी सरकार, अब देगी खुद कर्ज
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में बैंकों के उदासीन रवैये की वजह से उद्योग लगाना बड़ा मुश्किल काम है. उद्योग धंधा शुरू करने के लिए सबसे ज्यादा जरुरी होता है बैंक लोन. लेकिन बिहार के बैंक उद्योग के लिए ऋण देने में आनाकानी करते रहते हैं. इसको लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बैंकों को कईबार चेतावनी दे चुके हैं. लेकिन बैंकों के रवैये में कोई बदलाव नहीं आया है. थक हारकर अब बिहार सरकार ने ऐसे उद्द्मियों को खुद लोन देने का फैसला लिया है, जिन्हें बैंक लोन नहीं देते.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उद्योग विभाग को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड की तर्ज पर बिहार इंडस्ट्रियल इनवेस्टमेंट फाइनेंस नीति बनाने का निर्देश दिया है. इस नीति को सफल बनाने के लिए 500 करोड़ रुपए का फंड बनाया जाएगा. यह ऋण वैसे कारोबारियों को दिया जाएगा जिनको बैंक कर्ज नहीं दे रहे हैं. हालांकि इसके लिए उद्यमियों को उद्योग विभाग को कुछ कोलेटरल सिक्यूरिटी देना होगा.यह राशि विभाग तीन अन्य औद्योगिक वित्तीय संस्थानों को आपस में मिलकर जमा करेगा. कुछ राशि राज्य सरकार भी देगी.
सरकार के इस पहल से अब वैसे लोग भी उद्योग लगा सकेगें जिन्हें बैंक लोन नहीं देता. सरकार की इस नीति से राज्य के युवा उद्दमी बेहद खुश हैं. उनका कहना है कि उनका कारोबार बैंक ऋण के चक्कर में डूब जाता है. अब सरकार द्वारा उद्योग के लिए लोन दिए जाने से मुश्किल आसान हो जायेगी.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऋण देने की प्रक्रिया सरल रखने का निर्देश दिया है ताकि उद्द्मियों को लोन लेने में कोई परेशानी न हो.
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