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स्कूली बच्चों के लिए बड़ी खबर, होम वर्क से मुक्ति और बस्ते का बोझ होगा कम

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स्कूली बच्चों के लिए बड़ी खबर, होम वर्क से मुक्ति और बस्ते का बोझ होगा कम

सिटी पोस्ट लाइव : पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों को अब स्कूल में मास्टर साहब होमवर्क नहीं देंगे. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने क्लास तीन से क्लास 10वीं तक के बच्चों के लिए भी गाइड लाइन जारी कर दी है. इसमें विभाग ने बच्चों के लिए कई बड़े ऐलान किये हैं.बिहार समेत देश भर के स्कूल जानेवाले बच्चों के लिए खासकर पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों के लिए एक बड़ी खबर है कि उन्हें होम वर्क के भर से मुक्ति मिल जायेगी.

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के फैसले के अनुसार  क्लास तीन से क्लास 10वीं तक के बच्चों के लिए भी गाइड लाइन जारी किया गया है. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने तमाम राज्यों के शिक्षा विभाग को पत्र​ लिखा है. यह पत्र मंत्रालय के विभागीय सचिव ने लिखा है. उन्होंने अपने पत्र में पहली बार क्लास 10वीं तक के बच्चों के बस्ते को लेकर गाइडलाइन भी जारी की है. इस पत्र के अनुसार अब 10वीं तक के बच्चों के स्कूल बैग के वजन को भी निर्धारित कर दिया गया है. इस संबंध में सर्कुलर भी जारी कर दिया गया है.

विभाग से आ रही जानकारी के अनुसार पहली तथा दूसरी क्लास के बच्चों के लिए जो नियम बनाए गए हैं, उनसे बच्चे ही नहीं बल्कि उनके पैरेंट्स भी खुश हैं. नये सर्कुलर के अनुसार पहली और दूसरी क्लास के बच्चों को होमवर्क नहीं दिया जाएगा. इससे बच्चे अब घर में वर्क करने की माथापच्ची से बच जाएंगे. गार्जियन को भी राहत मिलेगी., पहली और दूसरी क्लास के बच्चों को अनिवार्य रूप से दो किताबें ही पढ़नी होंगी. एक भाषा की और दूसरी गणित की. इसी तरह क्लास 3री से 5वीं तक के बच्चों को भाषा व गणित के अलावा ईवीएस यानी कोई अन्य एक विषय की पढ़ाई करनी होगी. वो भी एनसीईआरटी सिलेबस की किताबें ही पढ़नी होंगी.

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से जारी निदेश के अनुसार क्लास 1 और 2 के बच्चों के लिए बस्ते का वजन 1.5 किलो तक, क्लास 3, 4 और 5 के बच्चों के लिए बस्ते का वजन 3 किलो तक, क्लास 6 और 7 के बच्चों के लिए बस्ते का वजन 4 किलो तक, क्लास 8 और 9 तक के बच्चों के बस्ते का वजन 4.5 किलो तक तथा क्लास 10 तक के बच्चों के बस्ते का वजन 5 किलो तक होगा.यानी पढ़ाई के साथ साथ बच्चों के बसते का भार भी कम हो जाएगा.

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