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राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने 17वीं झारखंड पुलिस ड्यूटी मीट का किया उद्घाटन

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राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने 17वीं झारखंड पुलिस ड्यूटी मीट का किया उद्घाटन

सिटी पोस्ट लाइव, रांची: राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि पुलिस को संवेदनशील होना चाहिए। उसकी संवेदनशीलता से समाज में पुलिस के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ेगा। पुलिस ऐसा काम करे कि अपराधियों में भय व्याप्त हो। पुलिस समर्पित भाव से काम करें। पुलिस के लिए जनता का विश्वास जीतना बहुत ही जरूरी है। राज्यपाल मुर्मू सोमवार को यहां डोरंडा स्थित जैप-1 में 17वीं झारखंड पुलिस ड्यूटी मीट के उद्घाटन समारोह पर बोल रही थीं। उन्होंने कहा कि पुलिस अपना नेटवर्क बढ़ाये और जनता से बेहतर समन्वय स्थापित करें। राज्य की प्रगति, शांति के लिए पुलिस प्रशासन को अपना काम ईमानदारी से पूरा करना होगा। पुलिस से जनता की अपेक्षाएं बहुुुत होती हैं। उन्होंने कहा कि उम्मीद जतायी कि यहां प्रतियोगिता जीतने वाले पुलिस अधिकारी राष्ट्रीय ड्यूटी मीट में भी बेहतर प्रदर्शन करें और राज्य के लिए मेडल लाएं।

इससे पहले राज्यपाल ने शहीद स्मारक पर पहुंचकर शहीदों को नमन किया। यहां मुर्मू ने कहा कि पुलिस प्रशासन के समक्ष हमेशा चुनौतियां बनी रहती है। विधि व्यवस्था, अपराधिक गतिविधि और नक्सली घटना इन सब का मुकाबला पुलिस बखूबी करती है। उन्होंने कहा कि ड्यूटी मीट का आयोजन से पुलिसकर्मियों की दक्षता बढ़ती है। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों को नई तकनीक और वैज्ञानिक अनुंसधान अपनाने की जरूरत हैं। घटना के बाद पुलिस त्वरीत कार्रवाई कर दोषियों को अविलंब सलाखों के पीछे भेजे यह पुलिस का काम है। पीड़ित को समय पर न्याय दिलाने से जनता में पुलिस का बेहतर संदेश जाता है। बेहतर संदेश जाने से पुलिस और जनता के बीच बेहतर समन्वय स्थापित होगा। इससे पुलिस को अपराधियों व नक्सलियों की सूचनाएं पुलिस को शीघ्र मिलेगी।
उन्होंने कहा कि राज्य में आंतकवाद और उग्रवाद की समस्या है, इसे दूर करने के लिए जनता से बेहतर संबंध होना बेहतद जरूरी है। साइबर अपराध को रोकने के लिए बेहतर और वैज्ञानिक आधारित अनुसंधान की जानकारी होना बेहद ही जरूरी है।

मौके पर डीजीपी केएन चौबे ने कहा कि अपराधियों को सजा दिलाना और अनुसंधान को बेहतर बनाने के लिए ड्यूटी मीट का आयोजन किया गया है। चौबे ने कहा कि पुलिस लगातार चुनौतियों का सामना करते हुए बेहतर काम करती है। उन्होंने कहा कि बेहतर अनुंसधान और साक्ष्य संकलन के लिए 4139 पुलिसकर्मियों को बेहतर प्रशिक्षण दिया गया है। पूर राज्य में शक्ति एप, निर्भिक एप, एंटी ह्यूमन टैफिकिंग लगातार काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन मुस्कान के तहत अबतक 2575 बच्चों को सकुशल मुक्त कराया गया है। मौके पर एडीजी अनुराग गुप्ता ने अतिथियों का स्वागत करते हुये बताया कि प्रतियोगिता में कुल सात क्षेत्रीय टीमों के 106 प्रतियाेगी हिस्सा ले रहे हैं। इस प्रतियोगिता में कुल 10 विषयों की परीक्षा ली जायेगी। इनमें विधि विज्ञान परीक्षा, आबर्जवेशन टेस्ट, काईम इंवेस्टीगेशन, लॉ रुल, कोर्ट जजमेंट, लिफ्टिंग, पैकिंग व प्रर्दशों का अग्रसारण शामिल हैं। ड्यूटी मीट 10 से12 फरवरी तक चलेगा। इस प्रतियोगिता में विजेताओं को पुरस्कृत करने के साथ ही अनुंसधान के क्षेत्र में तीन सर्वश्रेष्ठ अनुंसधानकर्ता को डाॅॅ. बीबी सहाय मेमोरियल ट्रॉफी प्रदान की जायेगी। इस मौके पर एडीजी पीआरके नायडू, एडीजी मुरारी लाल मीणा, एडीजी अजय सिंह, एमवी राव, सुधीर कुमार झा, प्रिया दुुबे, साकेत कुमार सिंह, अमोल वेणुकांत होमकर, एसएसपी अनीश गुप्ता सहित अन्य पुलिसकर्मी मौजूद थे।

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