गिरिराज सिंह ने अल्पसंख्यकों-सहयोगी दलों को दी धमकी, महंगा पड़ेगा राम मंदिर का विरोध
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार बीजेपी के फायरब्रांड नेता, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एकबार फिर से राम मंदिर को लेकर दहाड़ा है. उन्होंने ईशारों ईशारों में अपने सहयोगी जेडीयू के साथ साथ अल्पसंख्यकों भी चेता दिया है कि राम मंदिर का विरोध उन्हें महंगा पड़ेगा.गिरिराज सिंह ने कहा है कि देश में राम मंदिर बनेगा और मुसलमानों के साथ मिलकर बनेगा. जो लोग मंदिर बनाने में रूकावट पैदा करेंगे उन्हें लोगों के आक्रोश का सामना करना होगा और अंजाम भी भुगतना होगा. गिरिराज ने पटना में कहा कि भारत राम के वंशजों का है, मुगलों का नहीं.और इसे बनने से कोई रोक नहीं सकता.
शहरों के नाम बदलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि आक्रांताओं ने हमारे शहरों के नाम बदले थे. लेकिन ऐसे वक्त जब आज हम शक्ति में आए हैं तो उन नामों को बदल रहे हैं. बीजेपी सांसद ने कहा कि बिहार को खिलजी ने लूटा था और आज बख्तियारपुर से लेकर कई शहर उन्हीं के नाम पर हैं. उन्होंने कहा कि हम योगी आदित्यनाथ जी को धन्यवाद देना चाहते हैं. उन्होंने बिहार के कई शहरों का भी नाम बदलने की मांग करते हुए कहा कि प्रयागराज का नाम लेने मात्र से संस्कृति के भाव का बोध होता है. नाम बदलने पर जारी विरोध का जिक्र करते हुए गिरिराज ने कहा कि गुलाम मानसिकता के लोग ही आज शहरों के नाम बदलने का विरोध कर रहे हैं.
गौरतलब है कि इससे पहले गिरिराज सिंह र भारत के मुसलमानों को प्रभु श्रीराम का वंशज बता चुके हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय मुस्लिम मुगलों के वंशज नहीं है, इसलिए उन्हें राम मंदिर निर्माण का विरोध नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो मुस्लिम विरोध कर रहे है उन सभी को भी इसके समर्थन में आ जाना चाहिए वरना नाराज हिंदू उनसे नफरत करने लगेंगे.
केंद्रीय मंत्री ने जनभागीदारी के माध्यम से राम मंदिर निर्माण पर जोर देते हुए अल्पसंख्यकों की बढ़ती जनसख्या पर भी हमला किया. उन्होंने कहा कि जनसँख्या नियंत्रण कानून सरकार को बनाना चाहिए नहीं तो देश को धर्म के नाम पर बंटने से कोई रोक नहीं सकता. गिरिराज सिंह ने कहा कि सरकार को अब 2 बच्चा कानून पर विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि समय रहते इसका इलाज हो जाना चाहिए वरना ये बीमारी लाइलाज हो जाएगी.
गौरतलब है कि गिरिराज सिंह से पहले संघ प्रमुख भागवत भी राम मंदिर बनाने को लेकर सरकार से कानून बनाने की मांग कर चुके हैं. भागवत सरकार को चेता चुके हैं कि बहुमत की सरकार के वावजूद राम मंदिर नहीं बनने को लेकर लोग सवाल खड़े कर रहे हैं. लेकिन भगवत और गिरिराज सिंह के इस बयान से बीजेपी का सहयोगी दल कोई इत्तेफाक रखना नहीं चाहता.जेडीयू का कहना है कि राम मंदिर का निर्माण होगा या नहीं, ये फैसला सुप्रीम कोर्ट के ऊपर छोड़ देना चाहिए.
Comments are closed.