सिटी पोस्ट लाइव : बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के पदाधिकारियों की लिस्ट तैयार कर ली गयी थी। बिहार प्रभारी भक्त चरण दास की सिफारिश पर य़े तय माना जा रहा था कि दलित नेता और विधायक राजेश राम को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेवारी सौंपी जा सकती है और 8 कार्यकारी अध्यक्ष के साथ जंबों टीम बनाई जा सकती है लेकिन ऐन वक्त पर इस फैसले का बिहार के आला कांग्रेस नेताओं ने विरोध कर दिया जिसके बाद राहुल गांधी ने लिस्ट रोक दी थी और नये सिरे से मंथन कर लिस्ट भेजने को कहा ।अब अध्यक्ष पद के लिए बिहार से चार नामों का पैनल भेजा गया है। किसी भी समय नये अध्यक्ष के नाम का एलान किया जा सकता है।
सूत्रों के हवाले से मिल रही खबरों के मुताबिक बिहार कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चार नेताओं में नेता तारिक अनवर, शकील अहमद खान, प्रेमचंद्र मिश्रा और राजेश राम के नाम आलाकमान को भेजे गए हैं। और अब भी रेस में विधायक राजेश राम का नाम सबसे आगे चल रहा है। लेकिन तारिक अनवर भी इस रेस में जगह बनाए हुए हैं। यानि इन चार नामों में अंतत: राजेश राम और तारिक अनवर में से किसी एक को चुना जा सकता है।कांग्रेस अब दलित और पिछड़ा वोटबैंक को मजबूत करना चाहती है। लिहाजा राजेश राम का नाम इस रेस में आगे माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस बार नए प्रदेश अध्यक्ष के साथ-साथ 4 नए कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाये जाएंगे। ये सभी पिछड़ा-अति पिछड़ा समाज से होंगे।
दरअसल राजेश राम और तारिक अनवर का दावा इस लिए भी मजबूत माना जा रहा है क्योंकि कांग्रेस के दो सवर्ण जाति के नेता अजीत शर्मा विधानसभा में विधायक दल के नेता हैं और मदन मोहन झा विधान परिषद में नेता चुने गए हैं। माना जा रहा है कि अब इस समीकरण के बाद कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर किसी सवर्ण को नहीं चुना जा सकता। यही कारण है कि कांग्रेस सांसद अखिलेश सिंह का नाम अब सूची में नहीं है। प्रेमचंद मिश्रा का नाम जरूर सूची में भेजा गया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार उन्हें भी अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी मिलना मुश्किल ही नजर आ रहा है।
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