सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में जोड़तोड़ की राजनीति भी जारी है.RJD के 5 विधान पार्षद तो JDU में आ ही चुके हैं अब RJD के कद्दावर नेता पूर्व विधायक विजेंद्र यादव भी JDU में आ चुके हैं.गौरतलब है कि RJD के विधायक अरुण यादव के भाई हैं. विजेंद्र यादव का टिकेट काटकर ही लालू यादव ने अरुण यादव को टिकेट दे दिया था. अब उस सीट से अरुण यादव का मुकाबला विजेंद्र यादव से ही होगा. पांच विधान पार्षदों के बाद अब पूर्व विधायक बिजेंन्द्र यादव के JDU में शामिल होने से लालू यादव को तगडा झटका लगा है. सात जुलाई को विजेंद्र यादव JDU में शामिल हो जायेगें.
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, आरसीपी सिंह, लालन सिंह, अशोक चौधरी, श्याम रजक, राधाचरण सेठ सहित कई नेताओं की मौजूदगी में बिजेंन्द्र यादव पार्टी में शामिल होंगे. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही बिजेंन्द्र यादव ने RJD पार्टी छोड़ी है. पूर्व विधायक बिजेंद्र यादव RJD के प्रदेश उपाध्यक्ष रहने के अलावा दो बार पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ कर विधायक भी रह चुके हैं. जानकारी के मुताबिक, बिजेंद्र यादव करीब तीन दशक तक राजद में रहे और साल 2000 में पहली बार संदेश विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गये. उसके बाद साल 2005 में दूसरी बार विधायक बने. बिजेंद्र यादव भोजपुर के चर्चित रेप कांड में फरार चल रहे RJD विधायक अरुण यादव के बड़े भाई हैं.
वैसे अभी तक बिजेंन्द्र यादव के राजद छोड़ने की वजह साफ नहीं हुी है. लेकिन मिली जानकारी के मुताबिक बिजेंन्द्र यादव पार्टी के नेतृत्व से परेशान चल रहे थे. खैर कारम चाहे कुछ भी हो लेकिन बिजेंन्द्र यादव के पार्टी छोड़ने से राजद का वोट बैंक जरुर खिसकेगा क्युंकि बीजेंन्द्र यादव का भोजपुर में बड़ा दबदबा है. बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राजद के नेताओं का पार्टी से नाता तोड़ना और जदयू में शामिल हो जाने तेजस्वी यादव के लिए चिंता का विषय है. लालू यादव के राजनीतिक उत्ताराधिकारी तेजस्वी यादव के यह बिहार विधानसभा चुनाव करो या मरो वाली जंग है.
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