सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना की पहली लहर के शिकार हुए मजदूर अब हर बार इतने डर जाते हैं कि कम धंधा छोड़कर सब अपने घर बिहार लौट आते हैं. दूसरी लहर की महामारी में भी आलम कुछ ऐसा ही रहा. लेकिन इस तीसरी लहर में लोगों को एकबार फिर घर वापस लौटने को मजबूर कर रहा है. देश में कोरोना के मामले हर दिन डेढ़ लाख से ज्यादा पहुंच गया है. ऐसे में उन प्रवासी मजदूरों को डर सताने लगा है कि कहीं फिर से देश में लॉकडाउन न लग जाए. लॉकडाउन में फंसने से अच्छा है अपने घर में रहेंगे।
दिल्ली में तो शुक्रवार की शाम से दो दिन का लॉकडाउन लगाया गया। प्रवासी रेल और बसों के माध्यम से अपने घर पहुंच कर कोरोना का सामना करने का मन बना रहे हैं। हालांकि अभी उनकी संख्या कम है। यदि कोरोना की रफ्तार ऐसी ही रही तो दो से चार दिनों के भीतर लौटने वालों की संख्या काफी बढ़ जाएगी। एक रेल यात्री ने बताया कि डर के मारे चले आए हैं। कोरोना की रफ्तार तीसरी लहर में काफी खतरनाक है। संक्रमण का आंकड़ा पूरी रफ्तार से तेज होती जा रही है। ऐसे में रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर प्रवासियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है।
सिर पर सामान का बोझ रखे और हाथ में बेटे, पत्नी या फिर मां का हाथ पकड़े प्रवासी वापस अपने घर लौटने लगे हैं। बता दें देश में कोरोना ( Corona) के मामले बढ़ते जा रहे हैं. पिछले 24 घंटे में रविवार को कोरोना के 1,59,632 नए मामले दर्ज किए गए हैं. पॉजिटिविटी रेट 10% के पार पहुंच चुका है. राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक 151.58 करोड़ टीके की खुराक दी जा चुकी है. भारत में एक्टिव केस वर्तमान में 5,90,611 हैं.
देश में रिकवरी रेट वर्तमान में 96.98 प्रतिशत है. पिछले 24 घंटों में 40,863 ठीक होने से कुल ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 3,44,53,603 हो गई है. अब तक 69 करोड़ लोगों की कोरोना जांच हुई है. वहीं पिछले 24 घंटों में 327 लोगों की मौत हुई है.वहीं देश में ओमिक्रॉन के 3623 मामलों में से 1409 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं.
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