केंद्र की ई-फार्मेसी नीति का विरोध, 28 सितंबर को देशभर में बंद रहेंगी दवा दुकानें
सिटी पोस्ट लाइव : शुक्रवार को बिहार में दवा दुकानें बंद रहेंगी. आपात की स्थिति में कुछ अस्पतालों के बाहर दुकानें खुली रह सकती हैं. कल शुक्रवार को लोगों को फजीहत का सामना करना पड़ सकता है.केंद्र सरकार की नीति ई-फार्मेसी के विरोध में 28 सितंबर मतलब कल शुक्रवार को दवा विक्रेता संघ ने बंद की घोषणा की है. केमिस्ट-ड्रगिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि केंद्रीय कानून का हवाला देकर केमिस्टजनों को भयभीत एवं भयादोहन किया जा रहा है.
केंद्र तथा राज्य सरकार का ध्यान खींचने के लिए दवा दुकानदारों ने 20 से 27 सितंबर तक काला बिला लगाकर विरोध प्रकट करने का निर्णय लिया था. लेकिन सरकार पर इसका कोई असर नहीं पड़ा. अब थक हारकर दावा दुकानदार संघ ने दवा दुकानें बंद रखने का एलान कर दिया है.
ई-फार्मेसी नीति का विरोध करते हुए 28 सितंबर को पूरे देश की दवा दुकानदार एक दिवसीय हड़ताल पर जा रहे हैं. दवा के अभाव में किसी की जान नहीं जाए इस उद्देश्य से अस्पताल के समीप के दवा दुकानों को बंद से अलग रखा गया है. बताया गया है कि सालों से केमिस्ट संगठन द्वारा मांग किए जाने के बाद भी फार्मासिस्ट संस्थान को विकसित नहीं किया गया. संघ का कहना है किअगर सरकार ने अपना फैसला नहीं बदला तो राज्य के 90 फीसद खुदरा दवा दुकाने स्वत: बंद हो जाएगी. दूर दराज में दवाओं की उपलब्धता का संकट उत्पन्न हो जाएगा.
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