सिटी पोस्ट लाइव : आरजेडी सांसद सह मुख्य प्रवक्ता मनोज झा ने कहा है कि एग्जिट पोल के आंकड़े अपनी जगह हैं, लेकिन बिहार के जनादेश ने स्पष्ट कर दिया है कि जनता बदलाव चाहती है। लोगों ने बिहार को सड़ी-गली व्यवस्था से बाहर निकालने और नया बिहार गढ़ने के लिए सबसे बेहतर विकल्प तेजस्वी प्रसाद यादव को माना है। बिहार ने युवा चेहरे के पक्ष में मतदान किया है। वहीं, कांग्रेस विधान पार्षद प्रेमचंद मिश्रा ने कहा है कि एग्जिट पोल से बेहतर परिणाम मतगणना के बाद आएंगे। तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनेगी। पहला चरण बम-बम रहा। दूसरा महो-महो और तीसरे ने थई-थई कर दिया।
इससे पहले शनिवार को अंतिम चरण के मतदान के बाद महागठबंधन की संयुक्त प्रेसवार्ता में महागठबंधन ने दावा किया कि उनकी सरकार प्रचंड बहुमत से बनेगी। राज्य में सरकार ही नहीं बदलेगी सरोकार भी बदल जाएगा। नई सरकार अपने एक-एक वादे पर खरा उतरेगी। जनता से जो भी वादा किया है उसे पूरा करेंगे।
मनोज झा, प्रेमचन्द्र के अलावा वाम दलों की कविता कृष्णन व अरुण मिश्रा ने साझी प्रेसवार्ता में दावा किया कि ऐसा नैसर्गिक गठबंधन नहीं दिखा। यह छवि गांव तक गई है। हमारी एकता जमीनी स्तर तक बनी रही। बदलाव के संकल्प को जनता ने हाथों-हाथ लिया। अब हर चुनाव में जनता हवाई मुद्दों से अलग अपनी रोजी-रोटी के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य और खेती किसानी पर वोट करेगी।
प्रेमचन्द मिश्रा ने कहा कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में सरकार बननी तय है। पहली बार किसी चुनाव में विपक्ष ने मुद्दा सेट किया। हमने रोजगार को मुद्दा बनाया तो सत्ताधारी दलों को भी उसी पर आना पड़ा। जनता ने वोट भी उसी मुद्दे पर किया है। घोषणापत्र की हर बात अक्षरश: लागू करेगी सरकार। पिछले चुनाव में भी जनता ने बीजेपी के खिलाफ वोट किया था, लेकिन नीतीश कुमार ने पिछले दरवाजे से उन्हें सत्ता में ला दिया। वाम दलों के नेताओं ने कहा कि एनडीए की विदाई लिखी जा चुका है। कविता कृष्णन ने कहा कि पोस्टरों से लग रहा था कि नरेन्द्र मोदी नीतीश कुमार को छोड़ना चाहते हैं और नीतीश कुमार उन्हें फ्रेम में लाने का प्रयास कर रहे हैं।
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