भारत-नेपाल टेंशन के बीच चंपारण बॉर्डर की बढ़ी सुरक्षा, बनेगें SSB के दो नए आउटपोस्ट

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सिटी पोस्ट लाइव : भारत-नेपाल के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए नेपाल-बिहार की सीमाओं पर सुरक्षा और ज्यादा बढ़ा दी गई है.नेपाल सीमा से सटे इलाकों में सुरक्षा की कमान संभाल रही एसएसबी (SSB)  ने दो नए चेकपोस्ट स्थापित करने का फैसला लिया है. वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में सुरक्षा के लिहाज से दो नए एसएसबी आउटपोस्ट (Outpost) स्थापित करने का फैसला लिया गया है. एसएसबी के कमांडेंट और वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (Valmiki Tiger Reserve) के डीएफओ ने सयुंक्त रूप से स्थल का निरीक्षण किया. वीटीआर के वाल्मीकि आश्रम और कौलेश्वर स्थान के पास एसएसबी बीओपी स्थापित करने की दिशा में कदम बढ़ाया गया है.

वाल्मीकि नगर वन प्रमण्डल-दो में एसएसबी आउटपोस्ट स्थापित करने के लिए दो नए प्रस्तावित जगहों का चयन किया गया है.  इसके लिये वन विभाग व एसएसबी के वरीय अधिकारियों ने साझा निरीक्षण किया.नया बीओपी पूरी तरह जंगल में स्थापित होग इसके लिए वन विभाग ने अपनी सहमति दे दी है. हाल के दिनों में नेपाल की तल्खी को देखकर यह कयास लगाया जा रहा है कि बॉर्डर से जुड़े जंगली रास्तों पर और सख्ती बढ़ाई जाएगी. जंगल में पैदल ही चलकर किया गया स्थल चयन एसएसबी 21वीं बटालियन के कमांडेंट राजेन्द्र भारद्वाज व वन प्रमंडल 2 के डीएफओ गौरव ओझा ने जंगल क्षेत्र का भ्रमण कर स्थल चयन पर सहमति बनाई.

वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में इन दोनों अधिकारियों ने वीटीआर के वाल्मीकिनगर व गोनौली रेंज में पड़ने वाले पंचम नाला का पैदल निरीक्षण किया. डीएफओ गौरव ओझा के अनुसार एसएसबी की जो जरूरतें हैं, वह अंतर्राष्ट्रीय सीमा से सटे वीटीआर के जंगल का क्षेत्र है. ऐसे में जंगल और जंगली जानवरों के सुरक्षा के दृष्टिकोण को भी ध्यान रखा जा रहा है. इसे देखने व समझने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने बताया कि वाल्मीकि आश्रम स्थित एसएसबी पोस्ट से करीब दो किलोमीटर अंदर जंगल में और कौलेश्वर स्थान के पास एसएसबी बीओपी के लिए स्थल चयन की प्रक्रिया कर रही है. जंगली जानवरों के अधिवास व उनके परिवेश को ध्यान में रखते हुए ही जगह का चयन किया जाएगा.

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