सिटी पोस्ट लाइव : कांग्रेस नेता पूर्व केन्द्रीय मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा टीएमसी में शामिल हो सकते हैं.उन्हें ममता बनर्जी राज्य सभा भेंज सकती है. सूत्रों के अनुसार पूर्व केंद्रीय मंत्री दिनेश त्रिवेदी के बंगाल चुनाव से पहले भाजपा में शामिल होने और तृणमूल कांग्रेस के सांसद मानस भुनियाया के विधान सभा चुनाव लड़ने के बाद TMC की दो राज्य सभा सीटें खाली हैं. चर्चा है कि टीएमसी की दो सीटों में से एक सीट से शत्रु को राज्य सभा भेजा जा सकता है. बॉलीवुड के लोकप्रिय अभिनेता सिन्हा 80 के दशक की शुरुआत में भाजपा में शामिल हुए थे, जब यह दो सांसदों की पार्टी थी और अटल-आडवाणी युग के दौरान लंबे समय तक बीजेपी के स्टार प्रचारक के रूप में कार्य किया.
बीजेपी छोड़ कांग्रेस में पहुंचे शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha), ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) में शामिल हो सकते हैं. गौरतलब है कि हाल ही में नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के समर्थन में हिंदी में किए गए उनके एक ट्वीट के बाद अनुमान लगाया जा रहा था कि वे भाजपा में ‘घर वापसी’ भी कर सकते हैं. सूत्रों ने के मुताबिक हाल के दिनों में शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) की टीएमसी से नजदीकी और बढ़ी हैं. टीएमसी में शामिल होने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर सिन्हा ने सीधी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन कहा, ‘राजनीति में संभावनाएं बनी रहती हैं.’ हालांकि उनके करीबी सूत्रों का कहना है शत्रुघ्न सिन्हा के TMC में जाने की पटकथा लिखी जा चुकी है. टीएमसी नेताओं का यह भी कहना है कि इस संबंध में बातचीत अंतिम चरण में है.
टीएमसी नेताओं ने कहा कि अभिनेता-राजनेता शत्रुघ्न सिन्हा के हमेशा ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के साथ अच्छे संबंध रहे हैं. सिन्हा 21 जुलाई को शहीद दिवस समारोह में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. ‘बिहारी बाबू’ के नाम से विख्यात सिन्हा ने ममता बनर्जी की तारीफ करते हुए उन्हें ‘असली रॉयल बंगाल टाइगर’ और ‘एक आजमाया हुआ और परखा हुआ नेता, जिसने हाल ही में संपन्न बंगाल चुनावों में प्रचार और ‘धनशक्ति’ को रौंद डाला’, बताया है.
अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में सिन्हा के पूर्व सहयोगी यशवंत सिन्हा अब टीएमसी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं. पटना साहिब से दो बार के भाजपा सांसद सिन्हा कांग्रेस में शामिल हो गए थे और 2019 के चुनावों में उसी निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतरे थे, लेकिन पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद से हार गए थे. हालांकि राजनीति में एक बड़ा नाम सिन्हा को कांग्रेस ने कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी है. 2024 के लोक सभा चुनावों में मोदी के लिए एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभरीं ममता बनर्जी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि उनकी पार्टी की पश्चिम बंगाल के बाहर एक बड़ी भूमिका होगी और उस योजना में यशवंत सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा जैसे लोग महत्वपूर्ण हो सकते हैं.
Comments are closed.