City Post Live
NEWS 24x7

निजामुद्दीन मरकज से आए मलेशिया के एक बुजुर्ग की मौत, 9 मौलवी होम क्वारंटाइन

-sponsored-

-sponsored-

- Sponsored -

निजामुद्दीन मरकज से आए मलेशिया के एक बुजुर्ग की मौत, 9 मौलवी होम क्वारंटाइन

सिटी पोस्ट लाइव : दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में तबलीगी मरकज (Tablagi markaj) में शामिल होने वाले बिहार के 86 लोगों में 10 लोग अररिया और कई लोग किशनगंज पहुँच चुके हैं. मिली जानकारी के अनुसार अररिया (Araria) पहुंचने वालों में सभी मलेशिया (Malaysia) से आए हैं. इनमें से एक व्यक्ति की मौत गुरुवार को हो गई थी. लेकिन जिला प्रशासन ने अभीतक ये साफ़ नहीं किया है कि ये मौत कैसे हुई है.अब बाकी बचे मौलवियों को होम क्वारंटाइन में रखा गया है और अब इन्हें दिल्ली भेजे जाने की भी बात कही जा रही है.

सदर अस्पताल प्रबंधक विकास कुमार ने बताया कि इनमें से 3 का सैम्पल दरभंगा भेजा गया था जिसकी निगेटिव रिपोर्ट आयी है. इधर जिला आपदा पदाधिकारी शम्भू कुमार ने बताया कि होम क्वारंटीन में रखे गये सभी 9 मौलवियों को दिल्ली भेजने के लिए उच्च अधिकारियों द्वारा विमर्श किया जा रहा है.गौरतलब है कि अररिया के चांदनी चौक स्थित जामा मस्जिद में ठहरे मलेशिया के 10 मौलवियों में से 1 बुजुर्ग की बीते 27 मार्च को मौत हो गयी थी. डीएम प्रशांत कुमार CH ने इस बाबत प्रेस कांफ्रेंस कर बताया था कि मलेशिया से आए बुजुर्ग की मौत सामान्य कारणों से हुई है.

गौरतलब है कि फिलहाल सभी मौलवियों को चांदनी चौक स्थित जामा मस्जिद में ही होम क्वारंटीन में रखा गया है. डीएम ने इस बाबत बताया था कि स्थानीय मस्जिद में जमायत में ठहरे एक मलेशियन व्यक्ति की मौत हुई थी. मेडिकल जांच टीम और पोस्टमार्टम के बाद यह साबित हुआ कि मलेशिया के व्यक्ति की मौत सामान्य तरीके से ही हुई है.डीएम ने तब यह भी बताया था कि ग्रुप में शामिल किसी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण नहीं मिले हैं.हालांकि  उन्होंने यह भी कहा था कि मार्च माह में विदेश एवं अन्य राज्यों से आये हुए सभी संदिग्ध लोगों को ट्रैक किया जा रहा है.

मिली जानकारी के अनुसार अन्य राज्य से आ रहे प्रवासी मजदूरों एवं अन्य लोगों को जिनमें अररिया जिले के भी लोग शामिल होंगे, उन्हें संबंधित प्रखंड एवं पंचायत स्थित क्वारंटाइन सेंटर तक पहुंचाने बॉर्डर चेक पोस्ट पर आ रहे लोगों का सर्व प्रथम पंजीकरण एवं चिकित्सीय व्यवस्था कर जांच करने निर्देश दिया गया है. जिनमें कोई लक्षण नहीं पाये जाने पर उन्हें बॉर्डर पर ही चिन्हित स्कूलों में निर्धारित समय तक क्वारंटाइन में रखने का निर्देश दिया गया है. जांच में संदिग्ध पाये जाने पर उन्हें तत्काल अररिया या फारसिबगंज सदर अस्पताल के आईसोलेशन वार्ड भेजा जाएगा.

-sponsored-

- Sponsored -

-sponsored-

Comments are closed.