वोट के लिए मुस्लिम भाईयों को रिझाने में जुटे हैं नेता, ईद के पाक मौके पर भी जमकर हो रही सियासत, वोट के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार हैं नेता, इस देश की बर्बादी के लिए सब से अधिक जिम्मेवार हैं नेता।
सिटी पोस्ट लाइव : हमारे पुरखों का थोक में मुस्लिम परिवारों से दिल का और गहरा रिश्ता रहा है। हम अपने कई मुस्लिम दोस्तों के साथ खेलकर, साथ खाकर और कई दिन एक दूसरे के घर गुजारकर इस उम्र तक पहुँचे हैं। आज भी दर्जनों मुस्लिम बहनें हमें राखी बांधकर ना केवल हमसे हर साल रक्षा का वचन लेती हैं बल्कि हक से उपहार भी लेती हैं।लेकिन जब हम फुटकर, गली छाप, छुटभैये, तीसरे, दूसरे और पहले दर्जे के हिन्दू नेताओं को मुस्लिम भाईयों के पर्व में जो नौटंकी करते देखते हैं, तो जी करता है कि इस मुल्क से कहीं भाग जाऊं। ऐसे मौके पर इनके भाव-विभोर प्रवचन भी खूब जायकेदार होते हैं। हमने पाके रमजान के दौरान हर स्तर के नेता और गुंडे-मवाली को भी टोपी पहनने की होड़ में शामिल देखा। कुछ पल को तो हमें लगा कि ये लोभ और प्रपंच में किसी हद तक गिर सकते हैं। मुस्लिम टोपी पहनकर वक्ती तौर पर ये खुद को मुस्लिम के बेहद करीबी होने की झलक दिखा रहे थे।आज कोसी के दो दिग्गज नेता शरद यादव और पप्पू यादव टोपी पहनकर मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में घूम-घूमकर ईद की मुबारकबाद का आदान-प्रदान कर रहे थे। जाहिर तौर पर कहीं-कहीं लजीज भोजन का भी ये आनंद उठा रहे थे। ये मुस्लिम प्रेम वोट की राजनीति का जिंदा इश्तेहार है। ये दोनों नेता जहां जा रहे थे, मुस्लिम भाईयों का हुजूम उनकी खिदमत में लगा था। अरे भाई ये दोनों नेता पैगम्बर और रसूल नहीं हैं।ये हवाई सफर के मुसाफिर हैं। हमको और आपको यहीं रहना है। आइए भीड़ की शक्ल में आज हमलोग मिलकर पहले ईद मनाएं, फिर आगे मिलकर दशहरा मनाएंगे। जरूरत पर हम एक दूसरे के काम आएंगे। ये नेता तो बस दावत और मातमपुर्सी में आएंगे। रब से दुआ है कि हमारा भाईचारा ना केवल कायम रहे बल्कि और सिद्दत से यह मजबूत हो।
सहरसा से संकेत सिंह की रिपोर्ट
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