सिटी पोस्ट लाइव: बिहार में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी बढ़ती जा रही है. वही विपक्ष लगातार सरकार पर किसी बहाने हमला करने से चूक नहीं रही है. ताजा मामला बिहार राज्य महादलित शिक्षा सेवकों के मानदेय से जुड़ा है. जिसको लेकर सीतामढ़ी में राजद और कॉंग्रेस पार्टी के स्थनीय विधायक ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोल दिया है और अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं और शिक्षा सेवक संघ के तत्वाधान में रैली निकली सरकार के विरुद्ध नारेबाजी कर सीएम नीतीश कुमार का पुतला दहन किया.
आक्रोश मार्च जिला मुख्यालय डुमरा स्थित आंबेडकर स्थल से निकल कर मुख्यालय क्षेत्र के शंकर चौक पहुंची. जहाँ एक सभा में तब्दील हो गयी. जहाँ रैली में शामिल लोगो ने सरकार विरोधी नारे बुलंद किये, वही आक्रोश मार्च में शामिल नगर विधायक सुनील कुमार कुशवाहा और रीगा विधायक अमित कुमार टुन्ना ने संयुक्त रूप से कहा कि वर्तमान में नीतीश कुमार की सरकार द्वारा शिक्षा सेवकों के मानदेय में मात्र 1000 रूपए की वृद्धि की है.
जिससे बिहार में सभी शिक्षा की इस व्यवस्था से आहत है. उन्होंने कहा कि शिक्षा सेवकों की यह लड़ाई हमारी लड़ाई है. जब तक इन शिक्षा सेवकों और तालीमी मरकज शिक्षा सेवकों को वेतनमान नहीं दिया जायेगा तब तक सड़क से लेकर सदन तक की लड़ाई जारी रहेगी.
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