ईडी ने संजीवनी बिल्डकॉन के निदेशक को दस दिनों के रिमांड पर लिया
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: जमीन व फ्लैट के नाम पर लोगों से करोड़ों की ठगी करने के आरोपित संजीवनी बिल्डकॉन के निदेशक श्याम किशोर गुप्ता को प्रर्वतन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को दस दिनों के लिए रिमांड पर लिया हैं। प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के स्पेशल कोर्ट एके मिश्रा की अदालत में मामले में सोमवार को सुनवाई हुई। अदालत ने ईडी को दस दिनों के रिमांड पर श्याम किशोर गुप्ता को सौंप दिया। ईडी ने गुप्ता को 15 दिनों के रिमांड के लिए अदालत में आवदेन दिया था। उल्लेखनीय है कि 13 मार्च को ईडी ने गुप्ता को रांची से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार करने के बाद उसे अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में 26 मार्च के लिए जेल भेज दिया गया था। इससे पूर्व उसका मेडिकल जांच सदर अस्पताल में कराया गया था।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2012 में संजीवनी बिल्डकॉन की धोखाधड़ी का खुलासा हुआ था। खुलासा होते ही ठगी के शिकार दर्जनों लोग सामने आये थे। रांची के विभिन्न थानों में संजीवनी के कर्ता-धर्ता जेडी नंदी एवं उनकी दोनों पत्नी अनामिका एवं अनिता नंदी सहित कंपनी के उच्च पदों पर बैठे लोगों के खिलाफ करीब 33 प्राथमिकी दर्ज किया गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए साल 2014 में सीबीआइ को सभी केस सुपूर्द कर दिया गया था। इस मामले में ईडी भी जांच कर रही थी। संजीवनी बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा ठगी मामले में मार्च 2012 में सबसे बड़ा मामला लोअर बाजार थाना में दर्ज किया गया था। इसमें मधु रस्तोगी ने गलत जमीन दिखा कर 26 लाख रुपये की ठगी का मामला दर्ज करवाया था। उसके बाद करीब 95 लोगों ने लोअर बाजार में ठगी के संबंध में प्राथमिकी दर्ज करायी थी। लोअर बाजार में करोड़ों रुपये ठगी की भी प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी।
लोअर बाजार थाना के अलावा रांची के सदर, ओरमांझी, बरियातू, जगन्नाथपुर, पुंदाग ओपी, पिठौरिया, नगड़ी, रातू सहित कई अन्य थानों में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। जिसमें करोड़ों की ठगी की बात सामने आयी थी। बाद में हाईकोर्ट के आदेश पर वर्ष 2013 में मामला सीबीआइ को सौंपा गया था। सीबीआइ को कुल 33 मामले सौंपे गये थे। इसके बाद मामले को ईडी ने भी ले लिया। मामले में ईडी ने संजीवनी बिल्डकॉन के 3.10 करोड़ की संपत्ति को अटैच कर चुका हैं।