सिटी पोस्ट लाइव: NMC के विरोध में देशभर के डॉक्टर आज 28 जुलाई शनिवार को हड़ताल पर हैं. पूरे 12 घंटे तक के लिए कार्य बहिष्कार किया गया है. इस हड़ताल का बिहार के अस्पतालों में भी व्यापक असर दिख रहा है. बिहार के तकरीबन सभी सरकारी अस्पतालों में स्ट्राइक की वजह से मरीज परेशान हैं. जिन मरीजों का इलाज ओपीडी में चल रहा था ,उनका ईलाज रुक गया है. निजी क्लिनिकों के चिकित्सक भी हड़ताल में शामिल हैं.
आज देशभर के डॉक्टर तो हड़ताल पर हैं ही बिहार में भी डॉक्टरों ने स्ट्राइक कर दिया है. पटना के पीएमसीएच समेत अन्य सरकारी अस्पतालों में ओपीडी की सेवा ठप है. डॉक्टरों की इस हड़ताल के बाद से मरीज परेशान हैं. दरभंगा,मुजफ्फरपुर और मोतिहारी में भी डॉक्टरों की हड़ताल से मरीजों में हाहाकार मचा हुआ है.लेकिन राहत की बात ये है कि हड़ताल का असर अस्पतालों के इमरजेंसी पर नहीं पड़ा है. उसे इस हड़ताल से मुक्त रखा गया है.
पटना पीएमसीएच में आईएमए की टीम सुबह सुबह ही पहुंच चुकी है. डॉक्टरों से बातचीत की जा रही है. सभी एक जगह पर इकट्ठा होकर केंद्र सरकार के खिलाफ और अपनी मांगों को लेकर नारे लगा रहे हैं. आईएमए की टीम ने कहा कि आज शाम 6 बजे तक कार्य का बहिष्कार किया गया है. लेकिन इमरजेंसी सेवा को इससे बाहर रखा गया है.
दरअसल, नेशनल मेडिकल कमीशन बिल के विरोध में डॉक्टर शनिवार को हड़ताल पर हैं. डॉक्टरों ने एनएमसी बिल को पूरे चिकित्सा जगत के खिलाफ बताया है और कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सचिव डॉ ब्रज नंदन ने कहा कि केंद्र सरकार का नेशनल मेडिकल कमीशन बिल पूरी तरह से गलत है. यह बिल डॉक्टर विरोधी है.