City Post Live
NEWS 24x7

परिवार वादी पार्टियां लोकतंत्र के लिए खतरा, 80 साल के बूढ़े कर रहे नौजवान की जी हुजूरी

- Sponsored -

-sponsored-

- Sponsored -

सिटी पोस्ट लाइव : केन्द्रीय इस्पात मंत्री रामचन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि परिवारवादी पार्टियों से लोकतंत्र को खतरा है और इससे लोकतंत्र की जड़े कमजोर हो रही है और पार्टियों में कार्यकर्ताओं का मान घट रहा है। इसके चलते 80 साल बूढे कार्यकर्ता को भी 22 साल के नौजवान की जी-हजुरी करनी पड़ी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नीतीश कुमार को असली समाजवादी बताए जाने पर आरसीपी सिंह ने कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं कहा गया।

नीतीश कुमार का कोई राजनीतिक उत्तराधिकारी नहीं है और यह बात बिहार ही नहीं देश के लोग भली भांति जानते हैं।श्री सिंह अपने पटना आवास पर अपने शुभचिंतकों से मिलने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। उनके साथ प्रेसवार्ता में पूर्व मंत्री रामसेवक सिंह, पार्टी के वरीय नेता शिक्षाविद, कन्हैया सिंह, प्रदेश महासचिव अनिल कुमार, डॉ विपिन यादव व प्रदेश प्रवक्ता प्रगति मेहता व डॉ. रणवीर नंदन उनके साथ थे। जदयू के उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अब सबसे ज्यादा समय तक सीएम रहने का रिर्कार्ड कायम किया है। उनका जन्मदिन जदयू के कार्यकर्ता सब साल मानाते हैं।

इस साल उनका जन्मदिन खास तरीके से मनाया जाएगा। वे अपने शुभचिंतकों के साथ इस साल पूरे बिहार के हर गांव, पंचायत, नगर व प्रखंड में एक साल तक घूमकर उनके द्वारा बिहार के हित में किए गये कार्यो को बताएंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का व्यक्तित्व बहुत ही विशाल है। अब उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को बिहार के हर घर पहुंचाया जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार के विकास के लिए जो  काम किए हैं, उसके बारे में सभी को बताया जाएगा। हमारे नेतृत्व में शुभचिंतकों, कार्यकतार्ओं व नेताओं की पूरी टीम घर घर जाकर बताएगी कि नीतीश कुमार ने उनके लिए क्या-क्या काम किए हैं। साथ ही उन लोगों को पार्टी से जोड़ने का काम भी किया जाएगा।

इस दरम्यान इस साल चाल लाख सक्रिय सदस्य बनाने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि वह एनडीए सरकार की तरफ से किए जा रहे कार्यो का लेखा-जोखा लेकर बिहार के आम लोगों के बीच जाएंगे।उन्होंने कहा कि हमारे नेता नीतीश कुमार कहते हैं कि बिहार का विकास हो, वहीं केंद्र में हमारे प्रधानमंत्री भी यही चाहते हैं कि देश का विकास  हो, दोनों नेताओं के लिए देश और राज्य ही उनका परिवार है। श्री सिंह ने कहा कि हमारा काम संगठन को मजबूत बनाना है। केंद्र में मंत्री के तौर पर वह काम करेंगे ही, साथ ही पार्टी की मजबूती के लिए भी वह काम करते रहेंगे। अधिक से अधिक लोगों को पार्टी की सदस्यता दिलाई जाएगी। इसका लाभ हमें 2024 के लोकसभा चुनाव में देखने को मिलेगा। उनसे पूछा गया कि इस अभियान का नेतृत्व कौन करेगा तो उन्होंने साफ कहा कि जब वह खुद हैं तो दूसरा और कौन नेतृत्व कर सकता है।

विशेष राज्य का दर्जा मिले श्री सिंह ने कहा कि जिन क्षेत्रों में हम पिछड़े हैं, उसमें सुविधाएं मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बजट में हर राज्य यह मांग करता है कि उनके लिए भी अलग से व्यवस्था की जाना चाहिए। लेकिन, ऐसा होता है क्या। हमलोग तो विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर 2010 से ही लगातार अभियान चला रहे हैं। लेकिन, इतना जरुर है कि हमें सुविधाएं मिलनी चाहिए। आरसीपी सिंह ने कहा है कि बिहार में अभी और काम करने की जरूरत है। राज्य के अंदर युवाओं के बीच उद्योग धंधों को लेकर भूख पैदा करने की आवश्यकता है। हमारे यहां के युवा दिल्ली और बाकी राज्यों में जाकर काम करते हैं।

उनके अंदर उद्यमिता की भावना विकसित करना है। राज्य सरकार युवाओं को 10 लाख तक लोन बिना ब्याज के दे रही है इसमें भी 5 लाख रुपये की सबसीडी है। इन्हीं सब बातों को बिहार के युवा को बताना है। उन्होंनेकहा कि यूपीएससी जैसी परीक्षाओं मैं सफलता हासिल करने के लिए जी जान लगा देते हैं लेकिन उद्योग धंधे के पैमाने पर हम काफी पीछे हैं। बिहार में औद्योगिक क्रांति की जरूरत है। आरसीपी सिंह ने कहा कि सरकार कई दफे काम करने के बावजूद आम लोगों को यह बता नहीं पाती कि उनके हित में क्या-क्या किया गया है। मैं इसी काम को करने जनता के बीच जाऊंगा।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पटना या दिल्ली में बैठकर जनता के साथ कनेक्शन नहीं जोड़ा जा सकता। इसके लिए जरूरी है कि जनता के बीच जाया जाए। उन्हें जब भी मौका मिलता है वह अपने गांव चले जाते हैं। गांव के लोगों के साथ संवाद से काफी जानकारी मिलती है। उन्होंने कहा कि अब प्लास्टिक कचरे व स्टील के स्क्रेप से इस्पात बनाया जाएगा। इससे कचरे से धन बनाने की तकनीक विकसित होगी। उन्होंने कहा कि गया के गमहरिया में औद्योगिक कॉरिडोर विकसित हो रहा है वहां ध्यान रखना है कि ज्यादा से ज्यादा मदर उद्योग लगे।  उन्होंने कहा कि उनके मंत्री बनने के बाद लौह अयस्क के दर में 2.5 हजार प्रति क्विंटल की कमी हुई है और बिहार में कौन-कौन से माइनिंग अयस्क है उसका पता एनएम डीसी पता लगा रही है। जल्द ही इसका फलाफल सामने आएगा।

-sponsored-

- Sponsored -

-sponsored-

Comments are closed.