पटना में फिर BPSC कैंडिडेट्स का प्रदर्शन.
CBI जांच और अधिकारियों के इस्तीफे की मांग, राजभवन के लिए निकले, पुलिस तैनात.
सिटी पोस्ट लाइव : 67वीं BPSC पीटी के रिजल्ट में धांधली-सेटिंग के आरोपों तथा पेपर लीक की CBI जांच कराने, परीक्षा नियंत्रक अमरेन्द्र कुमार सहित तीन साल से अधिक समय से BPSC ऑफिस में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों को हटाये जाने ,9 प्रश्नों के गलत उत्तर को सुधार कर रिजल्ट दिए जाने, मुख्य परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाये जाने समेत कई मांगों को लेकर पटना की सड़कों पर आज फिर 67वीं BPSC-PT के अभ्यर्थी उतर आए हैं. उन्होंने पहले से महाआंदोलन की चेतावनी दे दी थी. अभ्यर्थी हाथ में बैनर और पोस्टर लेकर सड़क पर उतर गए हैं. पटना कॉलेज से पैदल मार्च करते हुए महाआंदोलन में शामिल होने के लिए निकल पड़े हैं.
अभ्यर्थियों का कहना है कि 67वीं पीटी में SC और EBC कैटेगरी का रिजल्ट कम क्यों है?वो BPSC पीटी से “E” ऑप्शन को हटाये जाने और उपस्थिति का 10% रिजल्ट दिए जाने की मांग कर रहे हैं.68वीं पीटी परीक्षा एक ही शिफ्ट (पाली) में कराये जाने और परसेंटाइल लागू नहीं करने के साथ साथ वो वेटिंग लिस्ट जारी करने तथा अधिकतम उम्र सीमा बढ़ाये जाने की मांग कर रहे हैं. सैकड़ों अभ्यर्थी भिखना पहाड़ी होते हुए राजभवन तक जाएंगे. हालांकि पुलिस के द्वारा उन्हें राजभवन तक नहीं आने देने के लिए जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई है. अभ्यर्थियों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस भी पूरी तरह से मुस्तैद है.
पुलिस ने वाटर कैनन की गाड़ियां, दंगा नियंत्रण वाहन और भारी संख्या में जवानों की तैनाती कर दी है. अभ्यर्थी अपनी मांग को लेकर जमकर नारे लगा रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर BPSC के सचिव अमरेंद्र कुमार तक के इस्तीफे की मांग भी कर रहे हैं.छात्र नेता दिलीप कुमार कहा कि हमने सरकार से मांग की थी कि जो नौ प्रश्न गलत पूछे गए हैं उन्हें हटाकर कटऑफ कम करते हुए और रिजल्ट पीटी में दिए जाएं. हमने अन्य कई मांग चीफ सेक्रेटरी से रखी थी. हमने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से एक्सपर्ट कमेटी बनाकर बीपीएससी पीटी में पूछे गए प्रश्नों और उत्तरों की जांच की मांग भी की थी.
अब तक सरकार की ओर से जबाब नहीं मिलने को लेकर वो आक्रोशोत हैं. 29 नवंबर को छात्रों के प्रतिनिधिमंडल से बिहार सरकार के चीफ सेक्रेटरी आमिर सुबहानी ने वार्ता की थी. उन्होंने आश्वासन दिया था कि वे अभ्यर्थियों की बात बीपीएससी तक पहुंचाएंगे. लेकिन अब तक न तो सरकार की ओर से और न ही बीपीएससी की ओर से कोई ठोस बात कही गई है. दो दिसंबर को 72 घंटे के अल्टीमेटम का समय भी पूरा हो गया है. अब एक बार फिर से अभ्यर्थी एकजुट हो रहे हैं.
उनकी मांग है कि सचिवालय सहायक/BSSC CGL-3 सहित दारोगा-सिपाही बहाली की परीक्षा मे पारदर्शिता लायी जाए. पारदर्शिता लाने के लिए OMR शीट की कार्बन कॉपी और क्वेश्चन बुकलेट परीक्षार्थियों को दिया जाए. आंसर की जारी हो तथा रिजल्ट प्रकाशन के साथ ही कट ऑफ और सभी परीक्षार्थी का मार्क्स जारी हो. OMR शीट जिस रूम में रखी जाए, उसमे स्मार्ट लॉक लगाई जाए एवं CCTV कैमरे से उसकी 24 घंटे निगरानी हो.
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