बिहार में गहराया डेंगू संकट, अब तक 245 मरीज बीमारी से ग्रसित, एक डॉक्टर की मौत
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में डेंगू संकट गहराता जा रहा है. जानकारी अनुसार पूरे प्रदेश से अबतक इस बीमारी के 245 मामले सामने आ चुके हैं. वही राजधानी पटना में इस बीमारी से एक डॉक्टर की मौत भी हो चुकी है. पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पीएमसीएच) के वायरोलॉजी लैब में डेंगू के 245 मरीज मिलने के बाद से हडकंप मच गया है. इस बीमारी की चपेट में पटना, सीवान, लखीसराय, सारण और औरंगाबाद आदि जिलों के मरीज शामिल हैं.
बता दें इस बीमारी के कारण पटना के फोर्ड हॉस्पिटल में एनेस्थेटिस्ट डॉ. विजय कुमार की मौत हो गई. वे हॉस्पिटल में बुधवार से भर्ती थे. फोर्ड हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. बीबी भारती ने बताया कि तीन दिन पहले फीवर होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. डेंगू के कारण उनके प्लेटलेट्स तेजी से गिरने लगे. हेमोरेजिक शॉक में चले जाने के कारण काफी प्रयास के बावजूद उन्हें नहीं बचाया जा सका. डॉ. विजय के मित्र एवं पटना एम्स में कार्यरत डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि उन्हें जब अस्पताल में भर्ती किया गया था तो प्लेटलेट्स की स्थिति ठीक थी. गुरुवार को प्लेटलेट्स 50,000 पर आ गई. इसके बाद शुक्रवार को 18,000 और फिर 9000 पर आ गई. इसके बाद हेमोरेजिक शॉक हो गया.
पीएमसीएच के वरीय फिजिशियन डॉ. बीके चौधरी के मुताबिक इन दिनों बड़ी संख्या में लोग पूजा की छुट्टी में बिहार आ रहे हैं. उनके माध्यम से डेंगू के मामले बढ़े हैं. उन्होंने बताया कि इस बीमारी से बचने के लिए मच्छरों से बचाव जरूरी है. सिवान के सिविल सर्जन डॉ. शिवचंद्र झा ने बताया कि डेंगू के मच्छर दिन के समय में काटते हैं. इसके उपचार के लिए कोई खास दवा या वैक्सीन नहीं है. बचने के लिए ऐसे कपड़े पहनने चाहिए, जिससे पूरा तन ढका रहे.
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