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देश के हित के लिए लिया गया जम्मू-कश्मीर विधानसभा भंग करने का निर्णय : गिरिराज सिंह

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देश के हित के लिए लिया गया जम्मू-कश्मीर विधानसभा भंग करने का निर्णय : गिरिराज सिंह

सिटी पोस्ट लाइव : बेगूसराय में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राम मंदिर और जम्मू कश्मीर को लेकर एक बार फिर बड़ा बयान दिया है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि -“जम्मू कश्मीर में संवैधानिक अधिकार के तहत राज्यपाल ने सही निर्णय लिया है.जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं वह पाकिस्तान की तरफदारी करते हैं. एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने बेगूसराय आए केन्द्रीय मंत्री ने  प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि -“राज्यपाल का यह निर्णय संवैधानिक है और देश के हित को ध्यान में रखकर लिया गया है, इसलिए किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रदेश में लोकतांत्रिक मूल्यों को नुकसान पहुंचाने की साजिश रची गई थी.”

वहीं राम मंदिर के सवाल पर उन्होंने कहा कि -“भाजपा ने कभी नहीं कहा कि -“राम मंदिर नहीं बनेगा. धर्म के आधार पर 1947 में देश का बंटवारा हुआ था ऐसी स्थिति में सनातन धर्म के लोग में आक्रोश है. सनातन धर्म के लोग भीखमंगे की तरह राम मंदिर के लिए कोर्ट की ओर टकटकी लगाए हैं. सांसद और नेता की ओर टकटकी लगाए जाते हैं. ऐसे में राम मंदिर अयोध्या में नहीं बनेगा तो क्या पाकिस्तान में बनेगा. अयोध्या में राम मंदिर नहीं बनेगा तो क्या मक्का मदीना में बनेगा राम मंदिर. ”

बता दें कि विधानसभा भंग करने की वजहों में राज्यपाल सतपाल मलिक ने विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंका जताई थी. दूसरा कारण यह रहा कि परस्पर विरोधी राजनीतिक विचारधारा वाले दल गठबंधन कर रहे थे जो देश के विरुद्ध किसी साजिश की आशंका को बल देते हैं.इसके अलावा किसी भी पक्ष के पास पर्याप्त बहुमत का नहीं होना भी एक बड़ा कारण माना जा रहा है क्योंकि तीसरा मोर्चा भी सरकार बनाने के दावे कर रहा था. गौरतलब है कि 87 सदस्यों वाली जम्मू-कश्मीर विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 44 है. दो विधायकों वाली पीपुल्स कांफ्रेंस के नेता सज्जाद लोन ने बीजेपी के 26 और अन्य 18 विधायकों के समर्थन से सरकार बनाने का दावा ठोका था. जबकि पीडीपी की महबूबा मुफ्ती ने भी सरकार के लिए पर्याप्त बहुमत होने का दावा किया था.

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