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महागठबंधन में उपेन्द्र कुशवाहा के साथ 4 सीट पर डील फाइनल, एक सीट को लेकर फंसा है पेंच

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महागठबंधन में उपेन्द्र कुशवाहा के साथ 4 सीट पर डील फाइनल, एक सीट को लेकर फंसा है पेंच

सिटी पोस्ट लाइव : रालोसपा सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाहा और लालू यादव के बीच सीटों के बटवारे को लेकर अंतिम बातचीत हो चुकी है. उपेन्द्र कुशवाहा को बिहार में चार सीटें और झारखण्ड में एक सीट मिला है. लेकिन बिहार में एक सीट को लेकर और झारखण्ड की एक सीट को लेकर पेंच फंसा हुआ है. रालोसपा सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाहा के लिए काराकाट की सीट, उनके वर्तमान सांसद राम कुमार शर्मा के लिए सीतामढ़ी की सीट और एक रिज़र्व सीट गोपालगंज लालू यादव ने फाइनल कर दी है. लेकिन एक सीट को लेकर पेंच फंसा हुआ है. उपेन्द्र कुशवाहा अपने नेता नागमणि के लिए जहानाबाद या फिर उजियारपुर की सीट मांग रहे हैं.

सूत्रों के अनुसार उजियारपुर सीट देने से लालू यादव ने साफ़ मन कर दिया है .इस सीट से लालू यादव अपनी पार्टी के कुशवाहा नेता आलोक मेहता को लड़ाना चाहते हैं. अलोक पहले भी यहाँ से चुनाव लड़ चुके हैं. पिछले चुनाव में बहुत कम मतों से चुनाव हारे थे. जहानाबाद सीट से सुरेन्द्र यादव चुनाव लड़ना चाहते हैं. लेकिन वहां पार्टी के दो नेता सुरेन्द्र यादव और राजेंद्र यादव के बीच की लड़ाई की वजह से RJD हमेशा यह सीट लूज कर देता है. सूत्रों के अनुसार ये सीट रालोसपा के खाते में जा सकती है.

झारखण्ड की एक सीट को लेकर भी पेंच फंसा हुआ है. लालू यादव अपने सबसे चहेते बालू कारोबारी सुभाष यादव को यहाँ से हरी झंडी दे चुके हैं. सुभाष यादव पिछले एक महीने से वहां चुनाव प्रचार कर रहे हैं. नागमणि की नजर इसी सीट पर है. नागमणि यहाँ से एकबार चुनाव BJP के टिकेट पर जीत चुके हैं. नागमणि का कहना है कि छात्र सीट केवल वहीँ निकल सकते हैं. यहाँ से कोई यादव उम्मीदवार नहीं जीत सकता. नागमणि के अनुसार यहाँ नक्सली संगठनों में शामिल यादवों ने मुस्लिमों का नर-संहार किया है. इसलिए यहाँ मुस्लिम यादव के पक्ष में वोट नहींकर सकते. यहाँ से वगैर मुस्लिम के समर्थन के चुनाव जीतना मुश्किल है. नागमणि इसी आधार पर सुभाष यादव की यहाँ से उम्मीदवारी को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं.

कुशवाहा ने कांग्रेस के साथ बातचीत करने के बाद रांची में राजद प्रमुख लालू प्रसाद से मुलाकात कर समझौते को अंतिम रूप तो दे दिया है .लेकिन दो सीटों को लेकर अभी भी पेंच फंसा हुआ है. महागठबंधन में राजद और कांग्रेस अहम घटक हैं.वहीं पूर्व मुख्यमंत्री जितन राम मांझी की हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) भी इस महागठबंधन का हिस्सा हैं. सीटों के बंटवारे के बारे में आधिकारिक घोषणा 14 जनवरी के बाद की जाएगी जब खरमास का महीना खत्म हो जाएगा.इस महीने में कोई शुभ कार्य नहीं करते हैं.लेकिन हम यह पुष्टि कर सकते हैं कि आरएलएसपी को काराकाट की सीट दी गई है जहां से कुशवाहा सांसद हैं. इसके अलावा मोतिहारी, गोपालगंज की सीट भी दी गई है.

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