सिवान जिले में है कोरोना के संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा, ऑब्जरवेशन में 3105 लोग.
सिटी पोस्ट लाइव :: पिछले सप्ताह बिहार से बाहर बसे बिहारियों ने जबरदस्त ढंग से घर वापसी की है.दो लाख बिहारी अपने घर लौटे हैं. उनके घर वापसी की वजह से कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा बहुत बढ़ गया है. बिहार के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच और डीएमसीएच दरभंगा में भी कोरोना की जांच शुरू कर दी गई है.लगातार कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढती जा रही है.अब यह संख्या 30 के आंकड़े को पार कर चुकी है.
कोरोना संदिग्धों की पहचान कर उन्हें ऑब्जर्वेशन में ले लिया जा रहा है. कोरोना के संदेह में ऑब्जरवेशन में लिए गए लोगों की सूची में 3 जिले टॉप पर हैं.सबसे ज्यादा खतरनाक स्थिति है सिवान जिले की जहाँ हर घर का एक व्यक्ति विदेशों में रहता है.कोरोना संदिग्धों को भी ऑब्जरवेशन में लिया जा रहा है तथा उनकी जांच की जा रही है. जिलेवार कोरोना के संदेह में ऑब्जरवेशन में लिए गए लोग की सूची हिला देने के लिए काफी है.
सिवान में 3105, गोपालगंज में 510, पटना में 158, गया में 135, भागलपुर में 136, भोजपुर में 81, मुजफ्फरपुर में 173, समस्तीपुर में 105, सारण में 425, नालंदा में 206, पूर्वी चंपारण में 213, पश्चिम चंपारण में 99, किशनगंज में 173, मधुबनी में 109, रोहतास में 13, दरभंगा में 345, जहानाबाद में 22 ,औरंगाबाद में 55, कैमूर में 13,खगड़िया में 37, जमुई में 01, अरवल में 01, बक्सर में 5, पूर्णिया में 6, कटिहार में 3 नवादा में 43 ,बेगूसराय में 7, लखीसराय में 13, मुंगेर में 18, सहरसा में 20, शिवहर में 7 वैशाली में 6, मधेपुरा में 9, बांका में 4,सुपौल में 7, अररिया में 2, और सीतामढ़ी में 7 लोगों को कोरोना के संदेह में ऑब्जरवेशन में लिया गया है.
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