लालू का ट्विट -‘नीतीश सरकार ने बिल्ली को ही सौंप दी दूध की रखवाली’
सिटी पोस्ट लाइव :नगर विकास विभाग द्वारा पटना में जल जमाव के लिए गठित की गई जांच समिति को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के नेता सवाल उठा रहे हैं.सिटी पोस्ट लाइव से विशेष बातचीत में बिहार सरकार के मंत्री श्याम रजक और भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी भी पटना में जल जमाव के लिए पूरी तरह से पटना नगर निगम और बुडको को इजिम्मेवार ठहरा चुके हैं. लेकिन नगर विकास विभाग के मंत्री के अनुसार जांच कमिटी के सदस्य और प्रभारी उन्हीं अधिकारियों को बना दिया गया है जिनकी लापरवाही की वजह से जलजमाव की स्थिति पैदा हुई. नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा ने गुरुवार को जलजमाव की जांच के लिए जो तीन सदस्यीय समिति गठित की उसमें समिति का अध्यक्ष विभाग के विशेष सचिव संजय कुमार को बनाया गया है. जबकि सदस्य के रूप में बुडको के एमडी अमरेंद्र कुमार सिंह और पटना नगर निगम के आयुक्त अमित पांडे को जांच की जिम्मेदारी दी गई है.
इस तीन सदस्यीय जांच समिति की घोषणा के बाद नया विवाद शुरू हो गया है क्योंकि नौ दिन तक शहर में जो जल जमाव रहा उसमें दो बातें स्पष्ट रूप से सामने आई हैं. पहला- बुडको द्वारा संचालित ‘पंप हाउस ‘ काम नहीं कर रहे थे, और दूसरा- नगर निगम के जिम्मे में ही नालों की साफ-सफाई का काम था, जो पूरी नहीं की गई थी.विपक्ष तो कमिटी पर सवाल उठा ही रहा है साथ ही बीजेपी के नेता सच्चिदा राय भी आरोप लगा रहे हैं कि पटना में जल प्रकोप, पटना में जल प्रलय ,नीतीश सरकार ने यह निर्णय लिया है कि पटना में जलजमाव के जिम्मेदार माने जाने वाले ही इसकी जांच करेंगे.
आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने भी ट्वीट कर निशाना साधा है.लालू यादव ने लिखा है-, बिल्ली कर रही दूध की रखवाली! लालू यादव ने अपने बेटे तेजस्वी यादव के उस ट्वीट को मेंशन किया है जिसमें उन्होंने जांच कमेटी की बाबत एक खबर को शेयर किया है. इसमें उन्होंने लिखा कि भ्रष्टाचार में मस्त, छल-कपट में व्यस्त बेशर्मों की धूर्तता और नग्नता देखिए. जिन भ्रष्ट नेताओं ने सीवर, ड्रेनेज सिस्टम, स्मॉर्ट सिटी, नमामि गंगे के हज़ारों करोड़ बिना डकार लिए हज़म कर लिए वही नीतीश-सुशील मोदी के लोग इसकी जाँच करेंगे। वाह सुशासन बाबू! वाह..
इस मामले पर पर अब पूरा विपक्ष हमलावर हो गया है. कांग्रेस के प्रवक्ता प्रेमचंद्र मिश्रा ने जांच कमेटी पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस मामले में भ्रस्टाचार मुख्य बिंदु है. जांच दल में वैसे लोगो को शामिल किया जिस पर डुबोने का आरोप है. जलजमाव पर जांच पूरी तरह आई वॉश है. चोर को चौकीदारी देने की बात है. डिप्टी सीएम किसे बचाना चाहते हैं.
वहीं पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने इसकी जांच सीबीआई से करवाने की बात करते हुए कहा कि इस मामले में दोषियों को बचाने की साजिश हो रही है. सुशील मोदी मंत्री को और मंत्री अधिकारियों को बचा रहे हैं.गौरतलब है कि सुशील मोदी किसी तरह की जांच कमिटी बनाए जाने की बात से ही इनकार कर चुके हैं.
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