सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड कांग्रेस ने कहा है कि भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के इशारे पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बदनाम करने की एक नई साजिश की शुरुआत हुई है। गठबंधन सरकार के मुखिया को एक ऐसे मुद्दे पर सोशल मीडिया पर बदनाम करने की साजिश रची जा रही है, जिसका हकीकत में कोई वजूद ही नहीं है। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता ने शनिवार को कहा कि झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) नेताओं- कार्यकर्ताओं के साथ दगाबाजी कर भाजपा में शामिल हुए बाबूलाल मरांडी को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से त्यागपत्र मांगने के पहले अपने ऊपर लगे कई गंभीर आरोपों की निष्पक्षता से जांच कराने की मांग करनी चाहिए। बेवजह बात बात पर इस्तीफा मांगने से बाबूलाल को लोग हल्के में लेते हैं और उनकी प्रतिष्ठा का हनन होता है।
प्रवक्ताओं ने कहा कि हेमन्त सोरेन जनता के चुने हुए प्रतिनिधि हैं और सार्वजनिक जीवन में कुछ फैसले जनता के ऊपर ही छोड़ देना चाहिए। संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग और उसके माध्यम से सरकार को अस्थिर करने की भाजपा साजिश को देश भली भांति समझ चुका है। हेमन्त सोरेन सरकार के ऊपर बुरी नजर डालने वालों की ईंट से ईंट बजा देगी राज्य की जनता। व्यक्तिगत आरोप प्रत्यारोप से बचना चाहिए वरना महिलाओं के संदर्भ में कई किवंदतियां बाबूलाल के नाम पर प्रसिद्ध हैं। गड़े मुर्दे उखाड़ने से कोई फायदा नहीं होता है।
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