चौथे कृषि रोड मैप के लिए किसानों से संवाद कर रहे CM नीतीश.
समागम में नहीं पहुंचे तेजस्वी यादव, कुलपतियों को मंच पर जगह नहीं मिलने पर भड़के CM.
सिटी पोस्ट लाइव : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चौथे कृषि रोड मैप को अंतिम रूप में देने में जुटे हुए हैं.आज इसे अंतिम रूप देने से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार किसानों के साथ संवाद किया. पिछले कुछ महीनों से पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह कृषि रोड मैप पर लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सवाल उठा रहे है. उन्होंने कई बार कहा है कि किसानों के हित में नहीं यह कृषि रोडमैप नहीं बल्कि कागजों पर है.
कृषि रोडमैप चार को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसे एक अप्रैल 2023 से लागू किया जाना है।.षि महाविद्यालय,पशु महाविद्यालय के कुलपतियों को मंच पर जगह ना मिलने पर भड़के सीएम नीतीश, अधिकारियों को फटकार लगाकर तुरंत सामने से मंच पर बैठाने को निर्देश दिया.चौथी कृषि रोड मैप को लेकर कृषि विभाग के सचिव ने कहा कि फसल विविधीकरण के अंतर्गत विधान गेहूं के साथ-साथ मक्का दलहन तिलहन फल और सब्जी के साथ साथ औषधीय पौधों और फूल की खेती को भी बढ़ावा दिया जाएगा. जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए स्थाई कार्यक्रम के रूप में जलवायु अनुकूल कृषि गांव की संख्या को बढ़ाई जाएगी.
पौधों में कीट व्याधि के कारण 20 से 30% उत्पादकता में कमी आती है. ऐसे में पौधा संरक्षण के लिए प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप मोड में पौधा संरक्षण सेवा को प्राथमिकता दी जायेगी.जंगली पशु से फसल की सुरक्षा, बागवानी फसलों की उत्पादकता एवं उत्पादकता बढ़ाने के लिए गुणवत्तापूर्ण पौधे सामग्री के उत्पादन के लिए नई नर्सरी नीति को क्रियान्वयन किया जाएगा. कृषि बाजार व्यवस्था में सुधार, सभी 54 बाजार प्रांगण का विकास निर्धारित समय सीमा के अंदर पूर्ण करने का लक्ष्य है.
बिहार लघु कृषक कृषि व्यापार संघ को कॉर्पस निधि के माध्यम से संस्थागत निवेश को बढ़ावा दिया जाएगा. गंगा की अविरलता बनाए रखने के लिए राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा देने के साथ-साथ गंगा के दोनों तरफ पड़ने वाले गांव में जैविक कोरिडोर योजना का सुचारू क्रियान्वयन किया जाएगा. राज्य में मत्स्य पालन को बढ़ावा दिया जाएगा. मत्स्य पालकों को किया जाएगा प्रशिक्षित डेयरी से अधिक से अधिक किसान जुड़े इसके लिए किया प्रोत्साहित किया जाएगा.
अभी तक तीन कृषि रोड मैप में जो उपलब्धियां हुई है उसके बारे में भी चर्चा किया गया. इस कृषि रोड मैप में 12 विभागों को जोड़ा गया है. इन विभागों की उपलब्धियां को भी आज बापू सभागार में प्रदर्शित किया गया. इन विभागों में कृषि और पशुपालन विभाग के साथ-साथ खाद्य आपूर्ति, राजस्व एवं भूमि सुधार, ग्रामीण कार्य, ऊजा और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, सहकारिता, उद्योग,गन्ना उद्योग, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, शामिल हैं.
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