CAA-NPR और NPR पर जमकर बोले CM नीतीश, कहा- एनपीआर में गैर-जरुरी सवाल
सिटी पोस्ट लाइव : आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार CCA, NRC और NPR पर खूब बोले.उन्होंने कहा कि CCA अब कानून बन चूका है. इसको लागोऊ नहीं करना किसी राज्य सरकार के वश की बात नहीं है. उन्होंने कहा कि CCA को लेकर जो विरोध है, वह मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुँच चूका है. सबको सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतज़ार करना चाहिए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सबलोग अपने अपने तरीके से प्रतिक्रिया दे रहे हैं. कानून की ब्याख्या कर रहे हैं. लेकिन असली व्याख्या तो सुप्रीम कोर्ट में ही होगा.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि NRC लागू किये जाने का तो कोई सवाल ही पैदा नहीं होता. उनकी पार्टी इस मसाले पर अपना स्टैंड साफ़ कर चुकी है.उन्होंने कहा कि खुद प्रधानमंत्री बोल चुके हैं कि NRC लागू नहीं होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि NRC तो किसी कीमत पर लागू नहीं होगा और जहां तक CCA के विरोध का सवाल है, अब ये कानून बन चूका है और सबको सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इनतजर करना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने NPR को लेकर चिंता जरुर जाता दी है. गौरतलब है कि बिहार सरकार NRP लागू कर चुकी है. लेकिन नीतीश कुमार को NRP में शामिल किये गए उन पांच सवालों को लेकरापति है, जिसका जबाब देना जरुरी नहीं बताया गया है.मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ ऐसे सवाल हैं जिनका जबाब कोई गरीब आदमी नहीं दे सकता. उन्होंने उदहारण देते हुए कहा कि माँ-बाप की जन्म तिथि पूछा गया है, अपने मां-बाप की जन्म तिथि तो मुझे भी मालूम नहीं है.मुख्यमंत्री ने कहा कि ये कहा गया है कि ईन सवालों का जबाब देना जरुरी नहीं है फिर ये सवाल रखे क्यों गए.मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सवालों को लेकर भ्रम और भय पैदा हो रहा है.उसे दूर करने के लिए ईन सवालों को हटाया जाना चाहिए.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी पार्टी के नेता आरसीपी सिंह और ललन सिंह ये सवाल जरुर उठायेगें और ईन गैर-जरुरी सवालों को निकाले जाने की मांग करेगें.जाहिर है मुख्यमंत्री भी NPR में शामिल किये गए पांच नए सवालों को गैर-जरुरी ही नहीं बल्कि भ्रम और भय पैदा करनेवाला मानते हैं.उन्होंने कहा कि NPR तो 2011 से हो रहा है. यह कोई नया कानून नहीं है लेकिन इसमे जो पञ्च नए सवाल जोड़े गए हैं, उनको लेकर भ्रम और भय पैदा हो रहा है.इसको दूर किया जाना बेहद जरुरी है.
Comments are closed.