आशीर्वाद यात्रा बीच में छोड़ दिल्ली लौटे चिराग, कहा-लड़ूंगा भी और जीतूंगा भी
चिराग 16 जुलाई से कटिहार और 17 जुलाई को पूर्णिया और 18 को अररिया में करेगें यात्रा .
सिटी पोस्ट लाइव : अपनी आशीर्वाद यात्रा को बीच में ही छोड़कर चिराग पासवान दिल्ली लौट गये. दिल्ली हाई कोर्ट में शुक्रवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका खारिज हो चुकी है. याचिका खारिज होने के बाद चिराग पासवान आशीर्वाद यात्रा बीच में छोड़ कर शनिवार को दिल्ली पहुँच गये.चिराग पार्टी के विधि प्रकोष्ठ के साथ बैठक कर पशुपति कुमार पारस को पार्टी के संसदीय दल का नेता बनाए जाने पर पुनर्विचार करेगें और फिर लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात करेंगे. चिराग ने कहा कि मेरी प्राथमिकता पार्टी को बनाए रखकर आगे बढ़ाना है. आशीर्वाद यात्रा पूरे बिहार में होगी. भाजपा या राजग से गठबंधन रहेगा या टूटेगा, इसका फैसला चुनाव के वक्त होगा.
चिराग पासवान ने कहा कि लड़ाई लंबी है. विधि प्रकोष्ठ की बैठक में सब कुछ तय होगा. मैं कानून का जानकार नहीं हूं. यह विषय पार्टी के चुनाव-चिह्न से संबंधित नहीं, बल्कि लोकसभा अध्यक्ष से जुड़ा है. उन्होंने कहा कि न्यायालय ने यह भी कहा है कि मामला चुनाव आयोग के पास विचाराधीन है, इसलिए पहले आपको चुनाव आयोग जाना चाहिए. हमारी लीगल टीम तय करेगी कि आगे क्या करना है. चिराग ने कहा कि परिवार को चाचा ने तोड़ा है मैं उसे जोड़ने की कोशिश में हूं. इसी वजह से बड़ी मां, बहन से मुलाकात हुई. परिवार टूटा है लेकिन भावनाएं भरी हुई हैं. इनसे मिलने से ताकत मिल रही है. जनसमूह का समर्थन मिला है. अब लड़ूंगा भी और जीतूंगा भी.
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