नागालैंड में JDU पर भारी पड़ा चिराग फैक्टर.
चिराग ने पहले JDU को तोड़ी फिर 2 सीटें भी जीती, JDU को मिली 1 सीट, नहीं बन पाई राष्ट्रिय पार्टी.
सिटी पोस्ट लाइव : देश के तीन राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव का परिणाम आ गया है.नागालैंड विधानसभा के चुनाव परिणाम पर सबकी नजर टिकी हुई थी. नागालैंड के परिणाम ने JDU के राष्ट्रीय पार्टी बनने के मंसूबे पर पानी फेर दिया है.इसबार भी JDU को मिली शिकस्त के लिए चिराग पासवान को ज़िम्मेदार ठहराया जा रहा है .चिराग पासवान की पार्टी लोजपा रामविलास ने JDU को एक सीट पर समेत दिया.पहले पार्टी तोडी फिर चुनाव भी जीत लिया.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राष्ट्रिय राजनीति में उतरने की तैयारी में हैं.ऐसे में JDU को राष्ट्रीय पार्टी बनाने के लिए नागालैंड विधानसभा चुनाव में छह प्रतिशत वोट या विधानसभा की तीन सीटें जीतनी थी. JDU ने इसके लिए खूब तैयारी की थी.लेकिन चुनाव के कुछ दिन पहले ही लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने JDU को जोरदार झटका देते हुए पार्टी के कई नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल करा लिया .ये JDU के लिए बड़ा झटका साबित हुआ है. चिराग पासवान की ना सिर्फ 2 सीटों पर जीत हुई है बल्कि लगभग आठ प्रतिशत के आसपास वोट भी मिल गया है.
JDU को उम्मीद थी कि उसके कम से कम तीन से चार उम्मीदवारों की जीत होगी. छह प्रतिशत से ज़्यादा वोट मिलेंगे .लेकिन जब चुनाव परिणाम आया तब JDU का मात्र एक उम्मीदवार जीत पाया.JDU को केवल चार प्रतिशत वोट मिले.मतलब इसबार भी JDU राष्ट्रिय पार्टी नहीं बन पाई.नीतीश कुमार के राष्ट्रिय राजनीति में उतरने के पहले JDU को राष्ट्रीय पार्टी बनने का सपना सपना ही रह गया.JDU को नागालैंड से काफी उम्मीद थी. ललन सिंह के अलावा JDU के कई मंत्री और विधायक ने भी नागालैंड में काफी मेहनत की थी.ललन सिंह ने कहा कि उन्हें जितनी उम्मीद थी वैसा परिणाम नहीं आया लेकिन इसका कोई मलाल नहीं है. उनकी पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं ने काफी मेहनत की और आगे फिर से मेहनत करेंगे. ललन सिंह ने कहा कि हमने तो ऐसा बिहार विधानसभा चुनाव मे भी देखा था जब बीजेपी की B टीम ने उम्मीदवार उतार ये काम किया था. नागालैंड में भी बीजेपी की वही B टीम काम कर रही थी ये हम सभी देख सकते हैं.
बहरहाल बिहार विधानसभा चुनाव से ही चिराग फैक्टर लगातार JDU को परेशान कर रहा है और उसी की वजह से जदयू बिहार की तीसरे नंबर की पार्टी बन कर रह गई थी और अब जब जदयू राष्ट्रीय पार्टी बनने का सपना देख रही थी लेकिन चिराग फैक्टर ने उसके सपने को नागालैंड में भी तोड़ दिया.सवाल ये उठता है कि अगर चिराग फैक्टर ने ऐसे ही बिहार में फिर से काम किया तो JDU का क्या होगा.पिछले विधान सभा चुनाव में चिराग पासवान की वजह से ही 80 विधायकों वाली पार्टी JDU 43 सीटों तक सिम्त गई थी.
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