सिटी पोस्ट लाइव : आईएएस अधिकारी चंचल कुमार एक शांत, सौम्य अधिकारी हैं.कभी किसी ने उन्हें ,किसी के साथ खराब व्यवहार करते नहीं देखा है. तैनात हैं मुख्यमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी के पद पर कोई तामझाम नहीं. लंदफंद से कोसों दूर रहते हैं. उनके इसी स्वभाव का फायदा उठाकर मनमाफिक पोस्टिंग पा लेने की कोशिश में सीधे सीएम आवास पहुंचे बिहार पुलिस के एक शातिर डीएसपी साहब बुरे फंसे. सूत्रों के अनुसार निगरानी विभाग में तैनात डीएसपी सीएम आवास के सुरक्षाकर्मियों को झांसा देकर सीधे चंचल कुमार के चैम्बर में पहुँच गए. अचानक वगैर किसी सूचना के अपने कक्ष में डीएसपी को सामने खड़ा देख चंचल कुमार सोंच में पड़ गए. आखिर एक डीएसपी वगैर सूचना के सीएम आवास के अंदर कैसे आ गया ? उन्हें सीएम आवास की सुरक्षा की चिंता सताने लगी . कैसे कोई पुलिस वाला वगैर परमिशन के सीएम हाउस के अन्दर ऐसे घुस सकता है ? जैसे ही डीएसपी ने ट्रांसफर पोस्टिंग की बात शुरू की चंचल कुमार ठंडा दिमाग भी खराब हो गया .उन्होंने डीसएसपी को सबसे पहले सीएम हाउस के बाहर भगाया फिर सीएम हाउस सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों से जबाब तलब किया ? सीएम हाउस की सुरक्षा व्यवस्था के घेरे को एक डीएसपी ने कैसे तोड़ दिया ? कैसे वगैर परमिशन के उसे सीएम हाउस में इंट्री मिली .
सीएम हाउस सिक्यूरिटी से उन्हें पता चला कि सीएम सुरक्षा में तैनात पुलिसवालों को डीएसपी ये झांसा देकर अंदर चला गया कि उसे चंचल कुमार ने बुलाया है. जब एक पुलिस वाला साहब कह रहा है, तो ठीक ही कह रहा होगा ,ये मानकर सीएम सिक्यूरिटी में तैनात पुलिसकर्मियों ने डीएसपी को अंदर जाने की इजाजत दे दी. .सूत्रों के अनुसार सीम हाउस की सुरक्षा में इसे एक भारी चूक मानते हुए सीएम सुरक्षा में तैनात 7 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है . पुलिस मुख्यालय पहुँच गया इस शातिर डीएसपी के खिलाफ विभागीय कारवाई करने का निर्देश. अब डीएसपी साहब की सांसे अटकी हुई हैं. उन्हें तो अंदाजा ही नहीं था, कि इतने शांत और सौम्य अधिकारी को अशांत करने के लिए उनका एक तिकड़म ही काफी था.डीएसपी साहब की मनमाफिक पोस्टिंग की मुराद तो पूरी हुई नहीं, उल्टे आफत को न्यौता दे आये चंचल कुमार को नाराज कर. सूत्रों के अनुसार डीएसपी के खिलाफ अनुशासनहीनता बरतने के लिए डिपार्टमेंटल प्रोसिडिंग चलाने की कारवाई शुरू हो चुकी है .