सिटी पोस्ट लाइव :आज से बिहार में जातीय जनगणना की शुरुवात हो चुकी है.जातीय जनगणना को लेकर बीजेपी के सांसद राजीव प्रताप रूधि ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है.जन सुराज यात्रा पर निकले प्रशांत किशोर ने भी जातिगत गणना को समाज में विद्वेष व उन्माद फैलाने वाला कदम बताया है.प्रशांत किशोर ने कहा कि जातिगत गणना समाज को जोड़ने के लिए नहीं तोड़ने के लिए है. जातीय जनगणना का वैधानिक आधार भी नहीं है. जातीय जनगणना करने वाले नीतीश कुमार ये बताएं कि इसका वैधानिक आधार क्या है और जनता का क्या इससे विकास होगा?
प्रशांत किशोर ने कहा -अगर विकास करना है तो ये आंकड़ा समझ लें कि बिहार में 13 करोड़ लोग आज भी देश में सबसे पिछड़े हैं; उनका उत्थान होना चाहिए. किसी लाइब्रेरी में बैठ जाने से ज्ञान नहीं हो जाता है. उसको समझने के लिये समझ होनी चाहिए. समाज और बिहार की जनता को मूर्ख बनाने का काम है. जातिगत गणना समाज के सबसे निचले पायदान के लोगों को और नीचे ले जाने के लिए है. बिहार में समाजवाद के नाम पर समाज को बांटने के लिए हो रहा है.मोतिहारी में पीके ने कहा कि जातीय आधार पर राजनीति करने वाले लोग अपनी ही जाति के दुश्मन बने हुए हैं. वे सिर्फ अपने परिवार के लिए लगे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार के बहार हो ‘नीतीशे कुमार के राज हो’, यह नारा मैंने ही दिया था. लेकिन, वे इस नारे से बदल गए, जिस कारण मैंने उनका साथ छोड़ दिया.
प्रशांत किशोर ने कहा कि जनता को जागृत करने के लिये निकला हूं. योजनाओं को सही तरीके से लागू नहीं करने का विरोध हो रहा है. उन्होंने कहा कि समाजवाद के नाम पर लोगों की आकांक्षाओं को दबा दिया गया है. जन सुराज यात्रा के दौरान एक एक पंचायत की समस्याओं की सूची बनाई जा रही है. जिसे यात्रा के समापन पर हरेक पंचायत के विकास के लिए योजना बनाया जाएगा. जहां रोजगार के साधन उपलब्ध कराया जाएगा.
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