सिटी पोस्ट लाइव : गोपालगंज में गंडक के रिवर साइड में फंसे करीब तीन दर्जन गाँव जहा बाढ़ की चपेट में है. वही इस इलाके में बसे लोगो की परेशानी बढ़ने लगी है. सदर प्रखंड के अलावा मांझागढ़ प्रखंड के निमुइया पंचायत पूरी तरह जलमग्न है. इस इलाके में आने जाने के लिए नाव ही एकमात्र सहारा है. अगर नाव नहीं मिली तो इस इलाके के लोगो को कमर से ज्यादा पानी में तैरकर तटबंधो पर जाना पड़ता है. मांझागढ़ प्रखंड के निमुइया पंचायत के निमुइया गाँव का नारकीय हालात है. जिसे देखकर आप भी हैरान हो जायेंगे. निमुइया गाँव के सैकड़ो घर पानी से घिरे हुए है. दर्जनों घर पूरी तरह पानी में डूबे हुए है. यहाँ लोगो की झोपडिया बाढ़ के पानी में डूब गयी है. कुछ झोपडिया पूरी तरह पानी में समा गयी है. यहाँ रहने से लेकर खाने की समस्या है.
इस इलाके में एक सप्ताह से ज्यादा वक़्त से यहाँ बाढ़ का नजारा है. मवेशी पानी में ही दिनरात खड़े है. लोगो को पीने के पानी की समस्या है. सबसे ज्यादा परेशानी मरीजो को है. निमुइया गाँव के बाढ़ पीड़ित गुड्डू कुमार यादव के मुताबिक उनका बेटा पिछले चार दिनों से बीमार है. उसे बुखार है. लेकिन गाँव से बाहर जाने के लिए कोई साधन नहीं है. इसलिए वे लोग आज मंगलवार को इस बच्चे को खाट पर लेकर गौसिया गाँव में जा रहे है. वहा से वे सरकारी नाव से तटबंध पर जायेंगे. फिर वहा से वे किसी सवारी से लेकर इस बच्चे को सदर अस्पताल में लेकर जायेंगे. आप ऐसे दृश्य देखकर सहज अंदाजा लगा सकते है की यहाँ बाढ़ पीडितो की क्या स्थिति है. निमुइया पंचायत में अभी तक एक भी नाव की व्यवस्था नहीं की गयी है. यहाँ कोई रिलीफ कैंप भी नहीं लगाया गया है. जिससे लोगो को थोड़ी राहत मिले.
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