नशे के सेवन से शून्य हो जाती है चेतना, मनुष्य बन जाता है जानवर : गुप्तेश्वर पाण्डेय
सिटी पोस्ट लाइव : नशा से केवल धन और सेहत को ही नुकशान नहीं होता. नशा से हमारी चेतना शून्य हो जाती है. बुद्धि काम करना बंद कर देती है. नशा का सेवन करनेवाला व्यक्ति चेतना शून्य होने की वजह से जानवर बन जाता है.समाज में सारे कुकृत्यों, अपराधों की जड़ नशा है. नशा के बाद मनुष्य की चेतना शून्य हो जाती है और वो पशुओं की तरह व्यवहार करने लगता है. वर्तमान पीढ़ी व आने वाली पीढ़ी को इस बुराई से हमें दूर रखना है ताकि हम न सिर्फ अच्छे समाज व बेहतर राष्ट्र का निर्माण कर सकें. ये सन्देश बिहार के घर घर पहुंचा रहे हैं बिहार सैन्य पुलिस के डीजी श्री गुप्तेश्वर पाण्डेय.
पुरे बिहार में नशामुक्त बिहार बनाने के लिए जन-जागरण अभियान चल रहे श्री पाण्डेय लोगों को समझा रहे हैं. शराबबंदी का सरकार का ये फैसला कुछ लोगों को अप्रिय लग सकता है. लेकिन ये फैसला बेहद जरुरी था अपनी भावी पीढ़ी को बचाने के लिए. धनुषधारी सर्वोदय उच्च विद्यालय मोरियांवा में आयोजित मेधा सम्मान समारोह BMP के डीजीपी श्री गुप्तेश्वर पांडेय ने अपने सन्देश से युवाओं को मोह लिया. सैकड़ों युवा उनके यूथ ब्रिगेड में शामिल हो गए और नशाबंदी को लेकर जागरूकता अभियान चलाने का संकल्प लिया.
पटना प्रमंडल माध्यमिक शिक्षक संघ द्वारा आयोजित इस सम्मान समारोह में श्री पांडेय ने अपना संस्मरण सुनाते हुए कहा कि मुझे दो देशों इंग्लैंड और जापान का भ्रमण करने का कौतुहल था. मैं देखना चाहता था कि इंग्लैंड ने आधी दुनिया पर राज किया वहीं परमाणु बम से पूरी तरह नेस्तानाबुत हो चुके जापान पुन: कैसे विकसित देशों की अग्रणी पंक्ति में खड़ा हो गया. इन देशों के भ्रमण के बाद मैंने पाया कि वहां कि लोग पहले देश के बारे में सोचते हैं, तब समाज, परिवार और अंत में अपने बारे में सोचते हैं. जबकि इसके इतर हमारे देश में पहले हम अपने और अपने परिवार तक ही सोचते हैं, उसके बाद यदि कुछ समय मिलता है तब देश व समाज के बारे में सोच लेते हैं. उन्होंने कहा कि आज समय आ गया कि हम अपने देश के लिए सबसे पहले सोंचे तभी गौरवशाली भारत के निर्माण का सपना पूरा होगा.
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव व पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा कि मैं अंतिम सांस तक राज्य के शिक्षा व शिक्षकों के हित और सम्मान के लिए लड़ता रहूंगा. कार्यक्रम में अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद आईपीएस अरविंद ठाकुर ने कहा कि आज मैं जो कुछ भी हूं शिक्षकों की बदौलत हूं. उन्होंने कहा कि समाज और राष्ट्र तभी बेहतर और विकास कर सकता है जब शिक्षक का पूर्ण सम्मान हो. विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय उपशिक्षा निदेशक कुमार सहजानंद ने किसी संघ द्वारा इस तरह के आयोजन काबिले तारीफ है.
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विक्रम विधायक सिद्धार्थ सिंह ने कहा कि सरकार ने शिक्षा व शिक्षकों को दरकिनार रखा है. उन्होंने कहा कि आज शिक्षा व शिक्षकों को मजबूत करने की आवश्यकता है. आगत अतिथियों का स्वागत विद्यालय के प्रधानाध्यापक अंजनी कुमार शर्मा तथा समस्त कार्यक्रम का संचालन पटना प्रमंडल माध्यमिक शिक्षक संघ के सचिव चंद्रकिशोर कुमार ने किया. बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के मीडिया प्रभारी सह प्रवक्ता संघ न सिर्फ शिक्षकों के हक व हकूक की लड़ाई लड़ता है बल्कि इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करता है.
इस मौके पर बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह, देवीकांत सिंह, शैक्षिक परिषद के सचिव शशिकांत दूबे, संयुक्त सचिव विनय मोहन, पटना जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष मोख्तार सिंह, सचिव सुधीर कुमार, मूल्यांकन परिषद के अध्यक्ष जफर इमाम, राज्य कार्य समिति सदस्य मृत्युंजय कुमार, प्रवीण कुमार, सुबोध कुमार, प्रशांत कुमार, कौशल किशोर, रामनारायण सिंह व भारी संख्या में पटना प्रमंडल के विभिन्न जिलों के संघ के पदाधिकारी, शिक्षक, छात्र व छात्राएं व गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे.
मेधा सम्मान समारोह में इंटर विज्ञान में रविप्रकाश, अराधना कुमारी, इंटर कला में निधि कुमारी, रुपेश कुमार, प्रभा कुमारी, विज्ञान व प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नितिन कुमार, अमित कुमार, अर्पित कुमार, अक्षांत कुमार, सांभवी सिन्हा, जरका इकराम, विज्ञान प्रदर्शनी के क्षेत्र में शीतल रानी, अंकिता कुमारी, आदित्य कुमार, नीलू कुमारी, गुलशन कुमार, विनिता कुमारी, अरशद अली, नाटक में सुरुचि कुमारी, सिमरन कुमारी, खेल में कुमार अमरेश, तन्नु प्रिया, मुस्कान कुमारी को सम्मानित किया गया. इस मौके पर स्कूल के शिक्षक अरविंद कुमार सिंह और रामानुज शर्मा को विशेष रूप से सम्मानित किया गया.इस सम्मान समारोह से छात्र और छात्राएं काफी खुश थीं. उनका मनोबल काफी बढ़ा है.
Comments are closed.