BJP ले चुकी है फैसला 2 सीट से ज्यादा नहीं देना है, अब कुशवाहा को लेना है फैसला .
सिटी पोस्ट लाइव : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बाद अब लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी ) के नेता चिराग पासवान ने भी ये साफ़ कर दिया है कि बीजेपी के साथ उनकी पार्टी की सीट शेयरिंग पर बातचीत शुरू हो गई है. उन्होंने भी नीतीश कुमार की तरह हे कहा कि एक सप्ताह में सीटों की संख्या पर अंतिम मुहर लग जाएगी. लेकिन अभीतकएनडीए की तीसरी सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी को सीट बटवारे को लेकर कोई सूचना नहीं है. रालोसपा के एक वरीय नेता के अनुसार बीजेपी ने उनके दल के साथ कोई बातचीत शुरू नहीं की है. जाहिर है बीजेपी ने रालोसपा को अलग रख सीट शेयरिंग पर बातचीत शुरू कर दी है नीतीश कुमार और पासवान के साथ.
लोजपा नेता चिराग पासवान ने बताया कि पिछले शुक्रवार को बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और बिहार के प्रभारी भूपेंद्र यादव ने सीट शेयरिंग पर बातचीत की पेशकश की और यह सही दिशा में आगे बढ़ रही है. यह पूछने पर कि नीतीश कुमार ने तो सीट शेयरिंग तय हो जाने की बात कही है, चिराग ने कहा, “पहले उनसे (नीतीश) बात शुरू हुई होगी और समझौता हुआ होगा. इसलिए नीतीश ने ऐसा कहा है. अब हमसे बात अभी हो रही है.”चिराग ने उम्मीद जताई कि इस हफ्ते के आखिर तक सीटों के बंटवारे पर सहमति हो जाएगी. लोजपा ने 2014 में सात सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए थे जिनमें से मोदी लहर का फायदा उठाते हुए छह पर जीत हासिल हुई थी.
आरएलएसपी के राष्ट्रीय महासचिव माधव आनंद ने सीट शेयरिंग पर किसी बातचीत को सिरे से खारिज कर दिया. आरएलएसपी को यह पता भी नहीं है कि बीजेपी ने जेडीयू के साथ सीट शेयरिंग फॉर्मूला तय कर लिया है और राम विलास पासवान की पार्टी के साथ बातचीत चल रही है. माधव आनंद ने बीजेपी से एनडीए दलों की बैठक बुलाने की मांग की. इसी तरह की मांग खुद उपेंद्र कुशवाहा करते आए हैं. माधव आनंद ने कहा कि उन्हें न तो नीतीश के बयान पर भरोसा है और ना ही उनके राजनीतिक बयान पर एतबार है.उन्होंने कहा कि अगर नीतीश कुमार इतने ही आश्वस्त थे तो सीटों की संख्या का ऐलान क्यों नहीं किया?”
सूत्रों के मुताबिक़ सीट शेयरिंग के 20-20 फॉर्मूले पर ही बातचीत चल रही है. तय रणनीति के मुताबिक बीजेपी एक साथ सभी एनडीए घटक दलों को बातचीत में शामिल नहीं कर अलग-अलग बात कर रही है.बिहार की 40 सीटों में 20 पर बीजेपी का दावा है. जेडीयू के साथ पर्दे के पीछे हुई बातचीत में 14 सीटें देने पर सहमति बनी. एलजेपी को चार सीटों का ऑफर है और दो से ज्यादा सीटें बीजेपी उपेंद्र कुशवाहा के लिए छोड़ने को तैयार नहीं है. यह फार्मूला दो दिन पहले ही सिटी पोस्ट लाइव आपको बता चूका है.
उपेन्द्र कुशवाहा के बारे में बीजेपी फैसला ले चुकी है कि दो से ज्यादा सीट नहीं देना है. अब उपेन्द्र कुशवाहा को फैसला लेना है कि बीजेपी के साथ रहकर खिचडी खाना है या फिर महागठबंधन के साथ खीर पकाना है. अगर कुशवाहा खीर पकाते हैं तो बीजेपी 20, जेडीयू 15 और लोजपा 5 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. यानी एक एक सीट उनकी और बढ़ जायेगी. कुशवाहा पर पशोपेश के कारण ही नीतीश कुमार ने सीटों की संख्या के बारे में अबतक कोई सार्वजनिक टिप्पणी न की है.उन्होंने केवल इतना ही कहा कि बीजेपी के साथ सम्मानजनक समझौता हो चूका है .अब केवल औपचारिक एलान भर बाकी है. जाहिर है बीजेपी ने कुशवाहा से बात नहीं की है लेकिन उनके लिए दो सीटें बचाकर राखी है. अब कुशवाहा को फैसला लेना है कि क्या करना है
Comments are closed.