कुशवाहा के लिए NDA में हो गया 3 सीटों का जुगाड़, महागठबंधन में जाने की संभावना टली
कुशवाहा के 'पॉलिटिकल खीर' पर अमित शाह का ऑफर- गुजरात के दूध से बनाइए ना
कुशवाहा के लिए NDA में हो गया 3 सीटों का जुगाड़, महागठबंधन में जाने की संभावना टली
सिटी पोस्ट लाइव : रालोसपा के राष्ट्रिय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा धर्म-संकट में हैं. एक तरफ उन्हें एनडीए में मनमाफिक सीटें नहीं मिल रही हैं दूसरी तरफ उनका संसदीय क्षेत्र काराकाट का सामाजिक -राजनीतिक समीकरण महागठबंधन के मुफीद नहीं है. कुशवाहा इसी वजह से एनडीए छोड़ने का फैसला नहीं ले पा रहे हैं. इस बीच ये खबर भी आ रही है कि महागठबंधन ने सहयोगी दलों को देने के लिए जो सीटों की सूची बनाई है, उसमे से एक सीट उजियारपुर उपेन्द्र कुशवाहा के लिए रिज़र्व रखा गया है. गौरतलब है कि इसी सीट से बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय चुनाव जीते हैं.
अभीतक तो यहीं खबर आ रही थी कि बीजेपी जेडीयू-एलजेपी के साथ सीटों के बटवारे को अंतिम रूप देने में जुटी है.लेकिन अभीतक उपेन्द्र कुशवाहा से कोई बात नहीं हुई है. इसी खबर को लेकर उपेन्द्र कुशवाहा परेशां थे. उन्हें लग रहा था कि बीजेपी उन्हें नजर-अंदाज कर रही है. लेकिन अब बीजेपी ने कुशवाहा से बातचीत शुरू कर दिया है. ‘पॉलिटिकल खीर’ बनाने के लिए दूध के बंदोबस्त में जुटे केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के लिए राहत भरी खबर है.बीजेपी के राष्ट्रिय अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें खुला ऑफर दे दिया है. उन्होंने कहा है कि -आप खीर बनाइए. बस, दूध हमसे लीजिए. जाहिर है दूध की गारंटी खुद देकर बीजेपी के राष्ट्रिय अध्यक्ष उन्हें यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि पार्टी उनकी अहमियत को समझती है. वैसे भी अमित शाह गुजरात से आते हैं. दूध के उत्पादन में यह राज्य बहुत पहले से अव्वल है.
बुधवार को मुलाकात के दौरान केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कुशवाहा को भरोसा दिलाया है कि सीटों के बंटवारे में उनका पूरा ख्याल रखा जाएगा. मीडिया में आनेवाली खबरों को लेकर उन्हें चिंतित होने की जरूरत नहीं है. सूत्रों ने बताया कि कुशवाहा और अमित शाह के बीच भी इस मसले पर बातचीत शुरू हो चुकी है. बस एकसाथ बैठना भर बाकी है.दरअसल, उपेन्द्र कुशवाहा चार सीटें मांग रहे हैं. उन्हें तीन सीटें बिहार में चाहिए और एक सीट झारखण्ड से चतरा लोक सभा सीट मांग रहे हैं.पहले बीजेपी कुशवाहा से अलग हुए उनकी पार्टी के सांसद अरुण कुमार को लेकर असमंजस में थी. बीजेपी उनके लिए एक सीट अलग से देना चाहती थी. लेकिन इसबार जहानाबाद में महागठबंधन की स्थिति ज्यादा मजबूत होने की वजह से अब बीजेपी अरुण कुमार को सीट देने के मूड में नहीं है. जाहिर है पहले 2 सीटों का ऑफर देनेवाली बीजेपी के पास 1 और सीट उपेन्द्र कुशवाहा को देने के लिए है.
दरअसल, कुशवाहा और उनके समर्थक असमंजस की स्थिति में हैं. समर्थकों की चिन्ता इस बात को लेकर है कि एनडीए के घटक दलों के बीच मीडिया में जब कभी लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे की चर्चा होती है, कुशवाहा की पार्टी रालोसपा का जिक्र नहीं रहता है. धारणा यह बन रही है कि एनडीए ने भी मान लिया है कि कुशवाहा देर-सवेर महागठबंधन में शामिल हो जाएंगे. लेकिन, अब धमेंद्र प्रधान से कुशवाहा की मुलाकात के बाद यह तय हो गया है कि रालोसपा फिलहाल एनडीए में कायम रहेगी और उसे 3 सीटें मिल सकती हैं.
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