राम मंदिर को लेकर बीजेपी-जेडीयू आमने सामने, केसी त्यागी ने कहा- न्यायालय करेगा फैसला
सिटी पोस्ट लाइव : RSS प्रमुख मोहन भागवत के राम मंदिर पर दिए बयान और केंद्र सरकार द्वारा राम मंदिर को लेकर अध्यादेश लाये जाने की खबर के बीच जेडीयू ने अपना स्टैंड साफ़ कर दिया है. आरएसएस चीफ के बयान पर बीजेपी और जेडीयू के बीच घमशान शुरू हो चूका है.जेडीयू ने साफ़ कर दिया है कि कोर्ट के फैसले का इंतज़ार करने के अपने पुराने फैसले पर वो कायम है.
पार्टी महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि राम मंदिर निर्माण पर हमारी पार्टी का स्टैंड बिल्कुल साफ है. इस मसले का हल या तो दोनों समुदायों के धार्मिक प्रतिनिधि मिल-बैठकर निकालें. फिर सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आए, पार्टी शुरू से ही इसी स्टैंड के साथ है और आगे भी रहेगी. वहीं, बीजेपी ने संघ प्रमुख के बयान का समर्थन किया है. अपने मार्गदर्शक संगठन के प्रमुख के बयान का समर्थन करते हुए विधायक नितिन नवीन ने कहा कि राम मंदिर करोड़ों हिंदुओं से जुड़ा मामला है. भागवत ने सोच-समझ कर बयान दिया होगा, यह आस्था का विषय है. वैसे भी केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह राम मंदिर बनाए जाने को लेकर मुस्लिम समुदाय को ये धमकी भी दे चुके हैं कि हिन्दुओं के सब्र का बाँध टुटा तो बहुत बुरा होगा.
गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के विजयादशमी कार्यक्रम के मौके पर प्रमुख मोहन भागवत ने गुरूवार को राम मंदिर पर अपनी बेबाक राय रखी थी.उन्होंने कहा था कि अब लोग सवाल करने लगे हैं कि बीजेपी की बहुमत की सरकार होने के वावजूद राम मंदिर क्यों नहीं बन रहा है. संघ प्रमुख मोहन भागवत ने राम मंदिर को लेकर कहा कि राम मंदिर का बनना गौरव की दृष्टि से आवश्यक है. मंदिर बनने से देश में सद्भावना व एकात्मता का वातावरण बनेगा. उन्होंने केंद्र सरकार से राम मंदिर निर्माण को लेकर कानून बनाने की मांग भी कर दी थी.
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