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राम मंदिर पर 10 जनवरी तक सुनवाई टाली, भाजपा ने लगाया कांग्रेस पर षड्यंत्र का आरोप

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राम मंदिर पर 10 जनवरी तक सुनवाई टाली, शुरू हुई राजनीतिक गलियारे में हलचल

सिटी पोस्ट लाइव : सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर के मुद्दे पर सुनवाई 10 जनवरी तक टाल दी गई है। सर्वोच्च न्यायालय ने प्रतिदिन सुनवाई करने वाली PIL खारिज कर दिया है। बता दें कि अब 3 जजों की बेंच ये तय करेगी कि राम मंदिर पर प्रतिदिन सुनवाई हो या नहीं। बताते चलें कि आज सुनवाई के दौरान किसी भी पक्ष ने कोई दलील नहीं दी। वहीं इस मामले में मुख्य न्यायाधीश रंजन गगोई नए बेंच का गठन करेंगे। यही बेंच राम मंदिर पर सुनवाई करेगी। नए बेंच में शामिल जजों के नाम की घोषणा 8 जनवरी तक की जा सकती है।

बताते चलें कि जैसे ही सर्वोच्च न्यायालय ने सुनवाई 10 जनवरी तक टाली कि राजनीतिक गलियारे में हलचल शुरू हो गई। भाजपा नेता विनय कटियार ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस षड्यंत्र के तहत राम मंदिर निर्माण को रोकना चाहती है। वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि आतंकवादीयों के लिए रात के 2 बजे कोर्ट खुलती है लेकिन राम मंदिर पर मात्र 40 सेकेंड में सुनवाई कर देती है। गिरिराज ने कहा कि अगर मैं कुछ बोलूंगा तो बोलेंगे कि कोर्ट कि अवमानना करता है।वहीं जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला ने भी कहा है कि राम मंदिर का निर्माण जल्द होना चाहिए। फ़ारुख अब्दुल्ला ने कहा कि इज़ाज़त मिली तो खुद पत्थर रखूंगा।

इसके साथ ही कांग्रेस नेता राज बब्बर ने कहा कि हम भी चाहते हैं राम मंदिर बने। वहीं मोदी सरकार में मंत्री महेश शर्मा ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट से जल्द फैसले की उम्मीद है। जबकि अयोध्या मामले पर पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सभी लोगों को मानना चाहिए। वही विश्व हिंदू परिषद ने संसद में अध्यादेश लाकर राम मंदिर बनाने की मांग की है। गौरतलब है कि वर्षों से राम मंदिर निर्माण को लेकर चली आ रही खींचतान का मसला अबतक नहीं सुलझा है. ऐसे में आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर भी इस मांग की सक्रियता बढ़ गई है.

नई दिल्ली से आशुतोष झा की रिपोर्ट

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