यूपी कैडर के बिहारी IPS अरुण कुमार बने RPF के DG, CBI में कर चुके हैं काम
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के दरभंगा के रहने वाले 1985 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी अरुण कुमार रेलवे प्रोटक्शन फोर्स (RPF) के महानिदेशक (DG) बनाए गए हैं.’ केंद्रीय कैबिनेट की अपॉइंटमेंट कमिटी के सचिवालय से इसकी सूचना जारी हुई है. अरुण कुमार यूपी कैडर के आईपीएस अफसर हैं. अभी वे बीएसएफ के स्पेशल डायरेक्टर जनरल के तौर पर पदस्थापित हैं. वह रविवार 30 सितंबर को रिटायर हो रहे आरपीएफ के DG धर्मेंद्र कुमार की जगह लेंगे.
अरुण कुमार 30 जून 2021 को सेवानिवृत होगें. अरुण कुमार इससे पहले कई महत्वपूर्ण पदों पर योगदान दे चुके हैं. वे सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर भी रह चुके हैं. उन्होंने सीबीआई में रहते हुए तेलगी स्टांप केस और देश भर में चर्चित साल 2008 के आरुषि तलवार मर्डर केस की भी जांच की थी.अरूण कुमार की और ज्यादा पहचान देश की पहली एसटीएफ टीम के इंचार्ज के तौर पर भी की जाती है. इस STF को उत्तर प्रदेश के चर्चित श्रीप्रकाश शुक्ला को पकड़ने के लिए बनाया गया था. कुमार उस वक्त लखनऊ के एसएसपी के तौर पर पदस्थापित थे. श्रीप्रकाश शुक्ला ने पटना के IGIMS में चर्चित बृजबिहारी प्रसाद हत्याकांड को अंजाम दिया था. बाद में उसे गाजियाबाद में एनकाउंटर में मार गिराया गया था.
अरूण कुमार ने दरभंगा के सीएम साइंस कॉलेज से पढ़ाई की है. 2017 में जनवरी माह तक वे बिहार में ही तैनात थे. वे सीआरपीएफ के बिहार सेक्टर के इंस्पेक्टर जनरल (IG) के तौर पर पदस्थापित थे. अरुण कुमार के अतिरिक्त महानिदेशक रैंक में प्रोमोशन के बाद सीआरपीएफ में उनकी जगह 1993 बैच के झारखंड कैडर के आईपीएस अफसर मनिंदर सिंह भाटिया ने ली थी.इनके आरपीएफ के डीजी बनाए जाने से बिहार का मान बढ़ा है. सिटी पोस्ट लाइव से विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि ट्रेनों में बढ़ते अपराधिक वारदातों पर लगाम लगाना और रेल यात्रा को सुरक्षित बनाना उनकी प्राथमिकता है.
Comments are closed.