बिहार बोर्ड हुआ ऑफलाईन, आवेदन करने में असफल छात्रों का बोर्ड के बाहर प्रदर्शन
बिहार बोर्ड : आॅनलाइन के चक्कर में भटक रहे हैं छात्र, मैट्रिक से स्नातक के छात्र हैं बेहाल
सिटी पोस्ट लाईव : बिहार बोर्ड के दफ्तर के बाहर आज 10 वीं के छात्रों ने जमकर हंगामा किया .छात्रों का आरोप है कि उनके रिजल्ट में ,मार्कशीट्स में कई तरह की त्रुटियाँ हैं. छात्रों की सबसे बड़ी समस्या है बिहार बोर्ड की ऑनलाइन सेवा. ये कहने के लिए तो ऑनलाइन है लेकिन हमेशा ऑफलाइन ही रहता है.छात्रों का कहना है कि मैट्रिक में स्क्रूटिनी के लिए आवेदन करने से लेकर मैंट्रिक के अनुत्तीर्ण छात्रों को कंपार्टमेंटल परीक्षा का फॉर्म ऑनलाइन भरना है .लेकिन बोर्ड क यह ऑनलाइन हमेशा ऑफलाईन ही रहता है. वो ऑनलाइन आवेदन कर ही नहीं पा रहे हैं. शुक्रवार को मैट्रिक के छात्रों ने बिहार बोर्ड के बाहर प्रदर्शन किया. स्नातक में अप्लाई करनेवाले स्टूडेंट्स भी भटक रहे हैं. ऑनलाइन फॉर्म भरने की पूरी प्रक्रिया में उनका पैसा तो कट जा रहा है, लेकिन फॉर्म पर जमा शो नहीं हो रहा है. इसे लेकर भी अभ्यर्थी परेशान हैं. किसी को स्नातक में एडमिशन के लिए अप्लाई करने की टेंशन है तो किसी इंटर में नामांकन लेना है .
मैट्रिक का मामला हो या इंटर का अथवा स्नातक में एडमिशन का, हर जगह बिहार बोर्ड ने ऑनलाईन आवेदन देने की व्यवस्था कर दी गयी है. लेकिन बोर्ड की वेबसाइट ठीक से काम नहीं करने के कारण छात्र ना तो नामांकन के लिए आवेदन कर पा रहे हैं और ना ही स्क्रूटनी के लिए.. इस बार मैट्रिक में फेल परीक्षार्थियों को कंपार्टमेंटल परीक्षा के लिए 28 जून से फॉर्म भरा जाना है. लेकिन, 29 जून को भी फॉर्म ठीक से नहीं भरा जा रहा है. इसे लेकर कुछ छात्रों ने शुक्रवार को बिहार बोर्ड के बाहर प्रदर्शन किया.प्रदर्शन कर रहे छात्रों से बोर्ड के अधिकारियों ने बात की. पांच छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल को अधिकारियों ने जल्द ही समस्याओं को दूर कर लेने का आश्वासन दिया. इसके बाद छात्रों ने प्रदर्शन खत्म हो गया.गौरतलब है कि बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कंपार्टमेंटल की परीक्षा जुलाई में कराये जाने और परीक्षा परिणाम अगस्त में घोषित किये जाने का एलान किया है.
उधर स्नातक में नामांकन के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने में छात्रों को परेशानी हो रही है. साइबर कैफे से पेमेंट तो ऑनलाइन जमा हो जा रहा है, पर फॉर्म पर पेमेंट स्टेटस सक्सेस नहीं बता रहा है. पटना के साइबर कैफे तो अब फॉर्म भरने से ही मन कर दे रहे हैं. कैफे वालों का कहना है कि 300 रुपये जमा करने के दौरान कट जा रहे हैं. पैसा कटने का मोबाइल पर मैसेज भी आ जाता है. लेकिन पेमेंट स्टेटस सक्सेस नहीं बता रहा है. इस मामले में बोर्ड की ओर से कोई जवाब देने वाला नहीं है. हेल्पलाइन फोन नंबर पर कॉल किया जाता है तो कोई उठाता नहीं है. गौरतलब है कि बोर्ड ने आवेदन के लिए वसुधा केंद्र की भी सुविधा दी है. इसके अलावा छात्र साइबर कैफे से भी आवेदन कर सकते हैं. हालांकि स्नातक में रजिस्ट्रेशन की तिथि अब 30 जून तक बढ़ा दी है. वहीं बोर्ड सूत्रों के अनुसार अब तक 3 लाख 55 हजार अभ्यर्थियों ने स्नातक के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है. सूबे के 10 विश्वविद्यालयों के लगभग 440 कॉलेजों में एडमिशन होना है. लेकिन सवाल ये उठता है कि एक दिन में किस तरह से लाखों छात्र ऑनलाइन आवेदन कर पायेगें ?
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