सिटी पोस्ट लाइव : अभी बिहार में मैट्रिक की परीक्षा चल रही है.हर रोज परीक्षा से पहले पेपर सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है.शुक्रवार को तेजस्वी यादव ने इस मामले को सदन में उठाया तो मुख्यमंत्री ने बिहार बोर्ड को फटकार लगाईं. फटकार के बाद पेपर लीक मामले में बिहार बोर्ड ने पेपर लीक मामले में बड़ा फैसला लिया है.बोर्ड ने पहली पाली की परीक्षा रद्द कर दी है.
बिहार बोर्ड ने पहली पाली की परीक्षा रद्द कर दी है. शुक्रवार को सोशल साइंस की परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक हो गया था. परीक्षा के 3 घंटे में ही प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. प्रश्न पत्र के वायरल होते ही विभाग में हड़कंप मच गया था.हालांकि शुरुआत में बोर्ड ने मीडिया के सामने अपना पक्ष नहीं रखा था. इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीएसईबी अध्यक्ष आनंद किशोर को फटकार लगाई. सीएम नीतीश की फटकार के बाद बोर्ड ने पहली पाली की परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया.
मैट्रिक प्रश्नपत्र लीक के मामले में बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि प्रश्न पत्र क्रमांक 111-0470581 किसी व्यक्ति के व्हाट्सऐप से वायरल हुआ था. मामला सामने आने के बाद बीएसईबी ने इसकी जांच कराई. जांच में मामला सामने आया कि जमुई जिले में प्रश्न पत्र भेजा गया था. फिर इसकी पड़ताल जमुई के डीएम और एसपी ने की. जांच में पता चला कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया झाझा ब्रांच से प्रश्न पत्र निकाला गया था. फोटो खींचकर इसे वायरल कर दिया गया था. जांच में एसबीआई झाझा के संविदा कर्मी विकास कुमार,शशिकांत चौधरी,अजीत कुमार और अमित कुमार सिंह की लापरवाही उजागर हुई है.उनके खिलाफ कारवाई की जा रही है.सभी आरोपी के खिलाफ एफआईआर का निर्देश दे दिया गया है. जांच में पता चला कि एसबीआई कर्मी विकास के संबंधी परीक्षा दे रहे हैं. इसके बाद बोर्ड ने पहली पाली की सामाजिक विज्ञान की परीक्षा को रद्द
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