एक्सक्लूसिव इंटरव्यूः मामा साधु को हराने के लिए भांजे तेजस्वी ने 11 बार उतार दिया हेलीकाॅप्टर
सिटी पोस्ट लाइवः गोपालगंज के पूर्व सांसद साधु यादव की राजनीति से इतर एक पहचान और भी है कि वे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के साले हैं। पूर्व सीएम राबड़ी देवी के छोटे भाई हैं। साधु यादव की कभी लालू परिवार और राजद में काफी हनक हुआ करती थी। बाद में रिश्ते बिगड़े तो साधु यादव की दूरियां पार्टी और परिवार दोनों से बढ़ गयी। बीएसपी के टिकट पर उन्होंने इस बार महाराजगंज सीट से चुनाव लड़ा है। इस सीट पर उनका मुकाबला राजद के कद्दावर नेता प्रभुनाथ यादव के पुत्र रंधीर यादव और बीजेपी के कद्दावर नेता जर्नादन सिंह सिग्रिवाल से था। वहां वोटिंग हो गयी है और उनकी किस्मत ईवीएम में कैद हो चुकी है। साधु यादव ने अपने भांजे तेजस्वी पर बड़ा हमला किया है।
सिटी पोस्ट लाइव संवाददाता आशुतोष से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि मैं तेजस्वी का मामा हूं और उसने मुझे हराने के लिए महाराजगंज में 11 बार हेलीकाॅप्टर उतार दिया। तेजस्वी ने मेरी हार सुनिश्चित करने के लिए महाराजगंज में हर विधानसभा क्षेत्र में दो चुनावी सभाएं की। उसे ऐसा नहीं करना चाहिए था। इससे उनकी कमजोरी साफ झलकती है कि वे इस सीट पर कितने कमजोर हैं। साधु यादव ने कहा कि महाराजगंज में लोग प्रभुनाथ सिंह से भी नाराज हैं और जनार्दन सिंह सिग्रिवाल से भी नाराज है लेकिन नाराज वोटरों ने किसे वोट दिया इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है क्योंकि इस बार के वोटर बिल्कुल साइलेंट हैं, वे भनक नहीं लगने दे रहे कि वोट किसको दे रहे हैं। साधु यादव ने कहा कि उपेन्द्र कुशवाहा से महागठबंधन को कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि कुशवाहा वोटरों ने बीजेपी को वोट दिया है। अगर मायावती के साथ गठबंधन होता तो महागठबध्ंान को ज्यादा फायदा होता क्योंकि बिहार में बीएसपी का वोटबैंक 12 प्रतिशत है जबकि उपेन्द्र कुशवाहा का 3 प्रतिशत। 3 प्रतिशत वालों को महागठबंधन में शामिल कर लिया गया और 12 प्रतिशत वाली पार्टी को बाहर रखा गया।
साधु यादव ने कहा कि यूपी में सपा-बसपा का मजबूत गठबंधन है और इस गठबंधन को वहां75 सीटें मिलने जा रही है। पूरे देश में बीजेपी को 125 सीटों का नुकसान होने जा रहा है। ऐसी स्थिति में बसपा सुप्रीमो मायावती को पीएम प्रोजेक्ट करना चाहिए क्योंकि वे दलित चेहरा हैं, दलितों को ठगा गया है, जगजीवन राम को भी प्रधानमंत्री नहीं बनाया गया, उन्हें उप प्रधानमंत्री बनाकर छोड़ दिया गया। साधु यादव ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव का असर 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव पर भी पड़ेगा।
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