मोदी लहर के बीच बिना किसी मुनाफे और शर्त के, लगा दिया”आनंद मोहन” तड़का
सिटी पोस्ट लाइव : यूँ हर लोकसभा चुनाव में राजनीतिक समीक्षक यह दावे करते रहे हैं कि हिंदुस्तान के तख्त को हासिल करने के लिए यूपी सत्ता की असली सीढ़ी रही है ।यह कई मायनों में सच भी है। यूपी में लोकसभा की 80 सीटें हैं, जो निसन्देह निर्णायक भूमिका निभाते हैं। लेकिन किसी भी सूरत में बिहार को कम आंकना जायज नहीं है ।यूपी की तर्ज पर बिहार भी सत्ता के शीर्ष पर पहुंचाने वाला मजबूत पिलर वाला सूबा है। इस लोकसभा चुनाव में,देश के विभिन्य प्रदेशों में मोदी लहर है। बिहार में खासकर के मोदी लहर कुछ ज्यादा ही अपना असर दिखा रहा है। ऐसे में जेल में बन्द पूर्व सांसद आनंद मोहन के द्वारा बिना किसी आशा, अपेक्षा, मुनाफा और शर्त के एनडीए को समर्थन देना, वाकई आनंद मोहन का “राजनीतिक तड़का” है।
पूर्व सांसद आनंद मोहन की पत्नी पूर्व सांसद लवली आनंद के नेतृत्व में उनके समर्थक फेज वाईज,एनडीए के चुनिंदा प्रत्याशियों के लिए जमकर प्रचार-प्रसार किये हैं और आगे भी कर रहे हैं ।देश के चुनिंदा नेताओं के साथ लवली आनंद और उनके बड़े बेटे चेतन आनंद ना केवल मंच साझा कर रहे हैं बल्कि अपने जोरदार भाषण के जरिये लोगों में अभूतपूर्व विश्वास भी भर रहे हैं ।गौरतलब है कि लवली आनंद और चेतन आनंद कांग्रेस में रहते हुए एनडीए के स्टार प्रचारक बने हुए हैं और कांग्रेस इन दोनों पर कोई बड़ी कारवाई करने की जगह मूक और बधिर बनकर,सिर्फ तमाशे देख रही है ।शिवहर से कांग्रेस के द्वारा लवली आनंद को टिकट नहीं देने की स्थिति में,विगत 12 अप्रैल को ही आनंद मोहन ने एनडीए को समर्थन देने का फैसला ले लिया था ।
लेकिन इसकी विधिवत घोषणा 14 अप्रैल को मधेपुरा के चुनावी सभा में सूबे के मुखिया नीतीश कुमार ने भरी सभा में मंच से खुद की और कहा कि बीपीपा और फेंड्स ऑफ आनंद के समर्थन से एनडीए और मजबूत हुआ है और अब महागठबन्धन का सूपड़ा साफ होना तय है ।उस सभा में आनंद-लवली के जयकारे से पूरी सभा गुंजायमान थी ।नीतीश कुमार ने मंच से आनंद मोहन को शुक्रिया कहते हुए उनके समर्थकों की हौसला अफजाई करते हुए बधाई भी दिए ।देखते ही देखते आनंद मोहन के निर्देश पर विभिन्य चरणों में चुनिंदा प्रत्याशियों को भरपूर मदद करने की घोषणा की गई ।
दूसरे चरण के चुनाव में आनंद मोहन समर्थकों ने पुर्णिया के जदयू प्रत्याशी संतोष कुशवाहा को अपना समर्थन दिया जबकि वहाँ कांग्रेस से राजपूत उम्मीदवार उदय सिंह “पप्पू “चुनावी समर में थे ।तीसरे चरण में आनंद मोहन समर्थकों ने कोसी की दो सीटों पर मधेपुरा से जदयू प्रत्याशी दिनेश चंद्र यादव और सुपौल से जदयू प्रत्याशी दिलेश्वर कामत को ना केवल अपना समर्थन दिया बल्कि लवली आनंद और चेतन आनंद ने अपने समर्थकों के साथ मैराथन प्रचार-प्रसार भी किये ।लोगों के बीच जाकर लवली आनंद और चेतन आनंद ने जनता से एनडीए के लिए खुलकर वोट भी मांगे ।
चौथे फेज में मुंगेर से जदयू के राजीव रंजन सिंह सिंह उर्फ ललन सिंह के लिए ताबड़-तोड़ प्रचार किये ।मुंगेर सीट से जो वोट बाहुबली अनंत सिंह की कांग्रेस प्रत्याशी पत्नी नीलम देवी को मिलने वाले थे, वे सभी वोट लवली-चेतन की वजह से ललन सिंह के पाले में चले गए ।पांचवें चरण में,लवली आनंद और चेतन आनंद ने सीतामढ़ी से जदयू प्रत्याशी सुनील कुमार पिन्टू और मुजफ्फपुर से बीजेपी प्रत्याशी अजय निषाद के लिए जमकर पसीने बहाए और क्षेत्र में घूम-घूमकर प्रचार किये ।सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर में आनंद मोहन का बड़ा जनाधार है ।
इनदोनों जगहों पर भी आनंद मोहन समर्थकों ने गोलबंदी कर के एनडीए के पक्ष में वोट कराये ।छठे चरण में ,बाल्मीकिनगर,पूर्वी चंपारण,पश्चिमी चंपारण,शिवहर, गोपालगंज,सिवान और महाराजगंज में 12 मई को मतदान होने हैं ।आनंद मोहन समर्थक,पूर्वी चंपारण से बीजेपी प्रत्याशी राधामोहन सिंह,शिवहर से बीजेपी प्रत्याशी रमा देवी, वैशाली से लोजपा प्रत्याशी वीणा देवी और महाराजगंज से बीजेपी प्रत्याशी जर्नादन सिंह सिग्रीवाल का जबरदस्त चुनाव प्रचार कर रहे हैं ।आनंद मोहन के समर्थन से इन सीटों पर भी एनडीए का पलड़ा भारी दिख रहा है ।
इस चुनाव प्रचार के दौरान लवली आनंद और चेतन आनंद ने नीतीश कुमार,राजनाथ सिंह,अमित शाह और हेमा मालिनी के साथ मंच साझा किए ।ये दोनों माँ-बेटे नीतीश कुमार के साथ,तो लगातार मंच साझा कर रहे हैं ।ये दोनों माँ-बेटे एनडीए के स्टार प्रचारक की भूमिका में है ।इनके भाषण में खास बाद यह है कि जिस संसदीय क्षेत्र में ये भाषण देते हैं,वहां की बुनियादी समस्याएं और मौजूं जरूरतों की भरपाई की बातें,जोरदार तरीके से रखते हैं ।पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई को लेकर ये इतना जरूर कहते हैं कि आनंद मोहन को बेकसूर फंसाया गया है ।
उनकी ससम्मान रिहाई के लिए,उनके समर्थक आगे निर्णायक,बड़ी लड़ाई और आंदोलन करने वाले हैं ।सातवें और आखिरी चरण का मतदान 19 मई को होना है ।इसके लिए आनंद मोहन समर्थक मंथन में जुटे हुए हैं कि आखिरी चरण इन किन-किन प्रत्याशियों को मदद करनी है ।अभी अंतिम चरण में समर्थन को लेकर कोई घोषणा नहीं की गई है ।सही मायने में पूर्व सांसद आनंद मोहन का समर्थन एनडीए के लिए काफी मुफीद साबित हो रहा है ।लेकिन एक बात हमारी समझ में बिल्कुल नहीं आ रही है ।कांग्रेस का विरोध करने वाले कद्दावर कांग्रेसी नेता शकील अहमद और विधायिका करुणा झा को कांग्रेस से 6 साल के लिए निष्काषित कर दिया गया है ।
लेकिन हद की इंतहा है कि लवली आनंद और चेतन आनंद कांग्रेस में रहते हुए,एनडीए के स्टार प्रचारक बने हुये हैं लेकिन कांग्रेस उनदोनों पर कोई कारवाई नही कर रही है ।बिहार वासियों की निगाह अब शेष दो चरण में होने वाले चुनाव के साथ-साथ 23 मई को घोषित होने वाले चनाव पर है ।वाकई इस बार आनंद मोहन ने राजनीतिक शतरंज की अच्छी बाजी बिछाई है जिसके परिणाम दूर तलक जाएंगे ।मोटे तौर पर पर यह मोदी लहर के बीच असली “आनंद तड़का” है ।
पीटीएन न्यूज मीडिया ग्रुप के सीनियर एडिटर मुकेश कुमार सिंह का चुनाव विश्लेषण
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